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संघर्ष से ही बदलेगी सागर की तस्वीर, शहर विकास का यह है पुरोहित का सपना

मुकुल पुरोहित, वरिष्ठ कांग्रेस नेता, सागर विधानसभा, रोजगार, विकास, उद्योगों के लिए करना होगा संघर्ष  

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Mukul Purohit senior Congress leader Sagar assembly

Mukul Purohit senior Congress leader Sagar assembly

सागर. नगर निगम की सीमा में हर हाल में विस्तार होना चाहिए। पूर्व के वर्षों में छोटी मानसिकता व ओछी राजनीति के कारण मकरोनिया का नगरपालिका बना दिया गया। भोपाल और दिल्ली में तहलका मचाते तो सागर का आज इतना पतन न होता जितना भाजपा के शासनकाल में हुआ है.

25 सालों से लगातार सागर विधानसभा में भाजपा का विधायक है। पिछले 15 सालों से भाजपा की ही प्रदेश में सरकार है। किसी क्षेत्र के विकास के लिए आज के दौर में और कितना समय चाहिए। सागर में जो भी नेता रहे हैं उनमें इच्छाशक्ति की कमी रही है। क्षेत्र की जिस जनता ने उन्हें चुना है, उसके लिए ईमानदारी से काम नहीं किया। भोपाल और दिल्ली में तहलका मचाते तो सागर का आज इतना पतन न होता जितना भाजपा के शासनकाल में हुआ है। जनता इस सबको लंबे समय से सहन कर रही है।

नगर निगम की सीमा में हर हाल में विस्तार होना चाहिए। पूर्व के वर्षों में छोटी मानसिकता व ओछी राजनीति के कारण मकरोनिया का नगरपालिका बना दिया गया। जरुरत थी कि मकरोनिया को निगम में जोड़ा जाता। इससे जहां उपनगर में विकास के नए रास्ते खुलते वहीं रोजगार की भी कई संभावनाएं पैदा होतीं। निगम को मिलने वाले पैसों में और इजाफा होता लेकिन दुर्भाग्य की विजन के साथ कोई काम नहीं हुआ। शहर में सीवर प्रोजेक्ट जैसे जो करोड़ों-अरबों रुपए के काम चल रहे हैं, उनमें तकनीक और व्यवहारिक ज्ञान का अभाव देखने को मिल रहा है।

300 करोड़ की राशि सिर्फ वाहवाही के लिए झोंकी जा रही है। सागर क्षेत्र के युवाओं का रोजगार की तलाश में लगातार पलायन हो रहा है। शिक्षा की गुणवत्ता में भी शहर का ग्रॉफ नीचे आया है। लाखा बंजारा झील पर तय समयसीमा में काम होना चाहिए। अलग से एक पूरी टीम बनाई जाए जो सिर्फ एक ही काम करेगी। क्षेत्र की समस्याओं को एक-एक कर चिन्हित करना होगा और फिर उन समस्याओं को क्रमबद्ध तरीके से निपटाना होगा। रोजगार, उद्योग जैसी सुविधाएं पाने के लिए हमें अब संघर्ष का रास्ता चुनना पड़ेगा ताकि हमारी आने वाले पीढि़यों को उन्हीं समस्याओं से दो-चार न होना पड़े, जिनसे हम हुए हैं।