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प्रदेश की नई पुलिस : कानूनी ज्ञान के साथ इंडियन मार्शल आर्ट में भी माहिर होंगे जवान

प्रदेश की नई पुलिस अब कानूनी ज्ञान के साथ शारीरिक तौर पर भी मजबूत होगी। इसके लिए उन्हें सामान्य प्रशिक्षण के साथ इंडियन मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जा रही है। प्रदेश के सभी पीटीएस

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सागर

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Madan Tiwari

Jun 28, 2025

पीटीएस सागर में नए बैच के साथ शुरू हुआ प्रशिक्षण

सागर. प्रदेश की नई पुलिस अब कानूनी ज्ञान के साथ शारीरिक तौर पर भी मजबूत होगी। इसके लिए उन्हें सामान्य प्रशिक्षण के साथ इंडियन मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जा रही है। प्रदेश के सभी पीटीएस (पुलिस ट्रेनिंग स्कूल) में अलग-अलग प्रांतों के इंडियन मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया जाना है, जिसमें सागर पीटीएस को केरल का कलारिया पट्टो मार्शल आर्ट दिया गया है। नए बैच में आने वाले प्रशिक्षुओं को यह ट्रेनिंग देना भी शुरू कर दिया गया है। विभाग के अधिकारियों का दावा है कि इससे प्रशिक्षुओं की शारीरिक क्षमता व भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान की भावना का विकास होगा।

- 360 जवान तैयार होंगे

पीटीएस मकरोनिया से मिली जानकारी के अनुसार यहां पर इस बैच में नई भर्ती में चयनित हुए 360 आरक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। दस्तावेजी सत्यापन के साथ 15 जून से आमद शुरू हो गई है और कुछ ही दिन में सभी प्रशिक्षु यहां पहुंच जाएंगे। इसके बाद अगले 10 माह तक सभी प्रशिक्षुओं को इंडियन मार्शल आर्ट सिखाया जाएगा।

- ट्रैनर्स को भी नेशनल लेवल की ट्रेनिंग

पीटीएस सागर में प्रदेश भर के पुलिस ट्रेनिंग स्कूलों के प्रशिक्षकों को भी अनआम्र्ड कॉमबेट (निहत्थे मुकाबला) को लेकर विशेष प्रशिक्षित किया जा रहा है। नई भर्ती में आए पुलिसकर्मियों के लिए बिना हथियारों के लडऩे का प्रशिक्षण देना तो पहले से ही पाठ्यक्रम में शामिल था, लेकिन अब प्रदेश में एनपीए (नेशनल पुलिस अकादमी) हैदराबाद से अनुमोदित पाठ्यक्रम अनुसार टीओटी (टे्रनिंग ऑफ ट्रैनर्स) कोर्स कराया जा रहा है। यानी जो प्रशिक्षण एक आइपीएस को दिया जाता है, वही आरक्षक स्तर के कर्मचारी भी मिलेगा। मकरोनिया में पीटीएस सागर, जेएनपीएस सागर के अलावा प्रदेश के तिघरा, ग्वालियर, रीवा, पचमढ़ी व भौरी के कुल 27 ट्रैनर्स यह विशेष प्रशिक्षण ले रहे हैं।

- राष्ट्रीय पुलिस अकादमी का अनुभव

राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद ने फिटकिट फॉर फोर्सेज का परीक्षण किया है और पाया है कि यह प्रणाली त्रुटि-मुक्त समय और पारदर्शी मूल्यांकन प्रदान करती है। अकादमी के अनुभव से पता चलता है कि इलेक्ट्रॉनिक परीक्षण प्रणाली कागजी कार्रवाई को कम करती है, गिनती की गलतियों को समाप्त करती है, और हर उम्मीदवार के लिए निष्पक्ष और मानकीकृत मूल्यांकन सुनिश्चित करती है।

- विदेशी मार्शल आर्ट से बेहतर

इस बैच से नए जवानों को इंडियन मार्शल आर्ट की भी ट्रैनिंग दी जा रही है, यह विदेशी मार्शल आर्ट से कहीं बेहतर है। इसके अलावा प्रदेश के सभी ट्रैनर्स को भी एक सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण चल रहा है।

लवली सोनी, एसपी, पीटीएस, सागर