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लेहदरा नाका बड़ी नदी में गणेश विसर्जन के लिए अब दोनों घाटों से होगी एंट्री

घाट बनकर तैयार, दूसरी तरफ रेलिंग लगवाई, गेट लगवाकर जल स्तर भी बढ़ाया सागर. अनंत चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। प्रशासन की टीम विसर्जन स्थलों पर व्यवस्थाएं बना रही है। इस वर्ष भी लेहदरा नाका बड़ी नदी, ढाना, चितौरा, मैहर सहित अन्य स्थानों पर प्रशासन पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था बना रहा है। भोपाल […]

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सागर

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Nitin Sadaphal

Sep 02, 2025

गणेश विसर्जन के लिए अब दोनों घाटों से एंट्री

गणेश विसर्जन के लिए अब दोनों घाटों से एंट्री

घाट बनकर तैयार, दूसरी तरफ रेलिंग लगवाई, गेट लगवाकर जल स्तर भी बढ़ाया

सागर. अनंत चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। प्रशासन की टीम विसर्जन स्थलों पर व्यवस्थाएं बना रही है। इस वर्ष भी लेहदरा नाका बड़ी नदी, ढाना, चितौरा, मैहर सहित अन्य स्थानों पर प्रशासन पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था बना रहा है। भोपाल रोड स्थित बड़ी नदी के घाट पर इस वर्ष नगर निगम ने नदी के दूसरे किनारे पर भी स्थाई निर्माण कराया है, जिससे दोनों ओर से गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सकेगा। इसके अलावा पहले से निर्मित घाट पर सुरक्षा जालियां लगाई गईं हैं, ताकि विसर्जन के दौरान एकत्रित होने वाली भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और कोई हादसा न हो पाए। निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने बताया कि बड़ी नदी के घाटों की साफ-सफाई, रंगरोगन किया गया है। वहीं विधायक शैलेंद्र जैन के निर्देश पर नदी के गेट बंद करके जल स्तर बढ़ाया गया है ताकि प्रतिमाओं का सही तरह से विसर्जन किया जा सके।

अन्य व्यवस्थाएं भी हो रहीं

वहीं एक दिन पूर्व जिला प्रशासन के अधिकारियों और नगर निगम के जनप्रतिनिधियों ने लहदरा बड़ी नदी को निरीक्षण कर तैयारियों को जायजा लिया था। निरीक्षण के दौरान कहा गया है कि सभी गणेश विसर्जन स्थलों पर प्रकाश व्यवस्था की जाए, जनरेटर भी लगाए जाएं। जिससे यदि लाइट जाती है तो अतिरिक्त बैकअप की व्यवस्था रहे। घाट पर सुरक्षा के इंतजाम समेत अन्य व्यवस्थाएं की जा रहीं हैं।

शहर की छोटी-बड़ी प्रतिमाएं विसर्जन के लिए पहुंचती हैं

ढाना और चितौरा में शहर की बड़ी प्रतिमाएं विसर्जन के लिए जाएंगी, लिहाजा प्रशासनिक अधिकारियों ने वहां भी सुरक्षा व्यवस्था बनाने के लिए निर्देश दिए हैं। यहां खासतौर पर पुलिस व्यवस्था बनाने के लिए कहा गया है। वहीं मैहर में भी सदर व मोतीनगर क्षेत्र की गणेश प्रतिमाएं विसर्जन के लिए जातीं हैं। सबसे ज्यादा भीड़ बड़ी नदी में ही होती है, जहां छोटी-बड़ी 200 से ज्यादा प्रतिमाएं विसर्जित होती हैं। कई परिवार घर में स्थापित मूर्ति को विसर्जित करने पहुंचते हैं। सभी गणेश विसर्जन स्थलों पर एम्बुलेंस, डॉक्टर की भी तैनाती की है।