
Nursing home operators Mcp card Delivery information
50 फीसदी से ज्यादा डिलेवरी होने पर रिकार्ड रखना भी किया अनिवार्य
सागर. सरकारी और गैर सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में होने वाले प्रसव के संबंध में रविवार को सिविल लाइन क्षेत्र में सेमिनार का आयोजन किया गया। अभी तक प्राइवेट नर्सिंग होम मदर चाइल्ड प्रोटेक्शन कार्ड (एमसीपी) में एंट्री नहीं करते थे, लेकिन अब उन्हें यह करना अनिवार्य हो गया है। एेसा न करने पर कानूनी कार्रवाई तक की जा सकती है। शासन के पास अभी तक सभी नर्सिंग होम से प्रसव संबंधी जानकारी नहीं पहुंच पाती थी। एमसीपी के जरिए गर्भवती के इलाज की शुरुआत से लेकर प्रसव और शिशु के टीकाकरण से संबंधित पूरी जानकारी उपलब्ध रहेगी। यह कार्ड अब तक शासकीय चिकित्सालयों में ही अनिवार्य होता था, लेकिन अब प्राइवेट नर्सिंग होम्स भी इसमें एंट्री करेंगे। मामले को लेकर सीएमएचओ कार्यालय द्वारा प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है और जल्द ही विभाग की ओर से इसके लिए निर्देश जारी होंगे। यह आयोजन नर्सिंग होम एसोसिएशन द्वारा किया गया था। इसके नोडल अधिकारी डॉ. एमएल कटारे थे। सेमिनार में अस्पतालों के सोशल, लीगल, मेडिकोलीगल और समस्याओं को लेकर चर्चा की गई। मुख्य अतिथि स्वास्थ्य विभाग के जेडी डॉ. संतोष जैन, बीएमसी अधीक्षक डॉ. आरएस वर्मा, सीएमएचओ डॉ. इंद्रराज सिंह ठाकुर और नर्सिंग एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट जेपी पालीवाल उपस्थित थे। संचालन डॉ. संजीव मुखारिया ने किया। आभार डॉ. रामानुज गुप्ता ने माना।
५० फीसदी से ज्यादा सिजेरियन पर रखी जाएगी नजर, भ्रूण परीक्षण हुआ तो होगी कार्रवाई
डॉ. एमएल जैन ने बताया कि नर्सिंग होम और पीएनडीटी एक्ट के तहत संचालक आवासीय परमिशन लेकर नर्सिंग होम बना लेते हैं, जबकि कमर्शियल परमिशन लेना जरूरी है। उन्होंने बताया कि ५० फीसदी सिजेरियन ही करने होंगे। इससे ज्यादा पर रिकॉर्ड रखना होगा। उधर, सोनोग्राफी सेंटर कर्मचारियों के भरोसे न छोड़ें। क्योंकि यदि सेंटर पर भ्रूण परीक्षण हुआ तो संचालक पर ही कार्रवाई की जाएगी। नर्सिंग लाइसेंस, पीएनडीटी लाइसेंस और जांचों का रिकार्ड संचालक सेंटर पर ही उपलब्ध कराएं। डॉ. एमएल कटारे ने आयुष्मान भारत और संतुष्टी योजना के संबंध में जानकारी दी। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. आरएस वर्मा ने ट्रेनिंग सेशन आयोजित करने और डॉ. संतोष जैन ने नर्सिंग होम्स को नियमों के दायरे में ही काम करने की बात कही। इस दौरान डॉ. एसएस खन्ना, डॉ. संज्जोत महेश्वरी, डॉ.पीएस ठाकुर, डॉ. जीएस चौबे, डॉ. नीना गिडियन, डॉ. मनीष झा आदि उपस्थित थे।
Published on:
20 Aug 2018 05:08 pm
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