22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सभी भाषा आना चाहिए लेकिन हिंदी बोलने में संकोच न करें: कुलगुरु

राजकीय विश्वविद्यालय में मनाया गया हिन्दी दिवस सागर. रानी अवंतीबाई लोधी विश्वविद्यालय में सोमवार को हिन्दी दिवस समारोह हुआ। विवि के कुलगुरु प्रो. विनोद कुमार मिश्रा ने कहा कि हिन्दी केवल मंचों और किताबों की भाषा तक सीमित न होकर हमारे दैनिक जीवन के व्यवहार की भाषा होनी चाहिए। सभी भाषाओं का ज्ञान आवश्यक है, […]

less than 1 minute read
Google source verification

सागर

image

Nitin Sadaphal

Sep 16, 2025

राजकीय विश्वविद्यालय में मनाया गया हिन्दी दिवस

सागर. रानी अवंतीबाई लोधी विश्वविद्यालय में सोमवार को हिन्दी दिवस समारोह हुआ। विवि के कुलगुरु प्रो. विनोद कुमार मिश्रा ने कहा कि हिन्दी केवल मंचों और किताबों की भाषा तक सीमित न होकर हमारे दैनिक जीवन के व्यवहार की भाषा होनी चाहिए। सभी भाषाओं का ज्ञान आवश्यक है, लेकिन अपनी हिन्दी भाषा बोलने में हमें संकोच नहीं करना चाहिए, यह हमारे स्वाभिमान की भाषा है। वैश्विक स्तर पर हिन्दी के बढ़ते हुए कदम की सराहना की।

कुलसचिव प्रो. शक्ति जैन ने कहा कि आज हमें घर बैठे विदेशों की जानकारी मातृभाषा हिंदी में प्राप्त हो जाती है। हिंदी हमारी मातृभाषा है, जिसपर हमें गर्व है। यह हमारे गौरव का प्रतीक है। डॉ. मिथलेश शरण चौबे ने कहा कि दुनिया की सभी भाषाएं श्रेष्ठ हैं। कोई भी भाषा किसी से कम नहीं हैं, लेकिन आज हम अपनी भाषा को श्रेष्ठ और दूसरी भाषाओं को कमतर दिखाने में जरा भी संकोच नहीं कर रहे हैं। हिंदी विभाग द्वारा सृजनात्मक लेखन, शुद्ध लेखन और भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम तीन-तीन प्रतिभागी विजेताओं को पुरस्कार और समस्त प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम में सहायक कुलसचिव राकेश चढ़ार, प्रो. रजनी दुबे, डॉ. अलका पुष्प निशा, डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव, डॉ. मुकेश अहिरवार, डॉ. अमितेश सोनी, डॉ. पवन खटीक, डॉ. भावना पटेल, डॉ. स्वर्णलता तिवारी, डॉ. नीलम सिंह, डॉ. श्रद्धा सोलंकी, डॉ. प्रिया सिंह, डॉ. सिम्मी मोदी, डॉ. सिद्धि त्रिपाठी, डॉ. चंदन सिंह, शुभांशु शुक्ला मौजूद रहे।