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दिवाली पर होगा टेस्ट, पता चलेगा कितना प्रदूषण करते हैं हम 

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बनाई रणनीति, शहर में तय किया पाइंट। वर्तमान में हमारा सागर प्रदेश में प्रदूषण के मामले में आठवें पायदान पर है।

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Khandwa Online

Oct 29, 2015

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सागर।ध्वनि और वायु प्रदूषण नापने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शहर में एडवांस सिस्टम लगाएगा। इसके लिए बोर्ड दीपावली के एक दिन पहले और एक दिन बाद प्रदूषण का स्तर जांचेगा, ताकि इसके खतरनाक पहलुओं का अध्ययन किया जा सके। बोर्ड ने नए सिरे से ध्वनि प्रदूषण की पहचान के लिए शहर के कटरा क्षेत्र को चिन्हित किया है। इससे हमारी रैंकिंग भी तय होगी।

गाड़ीयों से बढ़ रहा प्रदूषण
जानकारी के मुताबिक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को राज्य शासन ने प्रदूषण का स्तर जांचने के निर्देश जारी कर दिए हैं। शहर में ध्वनि प्रदूषण की मात्रा लगातार बढ़ रही है। बढ़ती वाहनों की संख्या ने ध्वनि प्रदूषण का दायरा नए क्षेत्रों में बढ़ा दिया है। इससे चिंतित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ध्वनि प्रदूषण मापने के लिए नए सिरे से रणनीति बनाई है। दीपावली पर होने वाले प्रदूषण की जांच भी इसी दौर में होगी।

बोर्ड के पैमाने से ज्यादा प्रदूषण
बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार एक साल में शहर के कटरा और सिविल लाइन्स क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर अधिकतम पैमाने से भी ज्यादा रहा है। इन दोनों क्षेत्रों में 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ज्यादा वायु प्रदूषण और 55-65 डेसीबल के औसतन पैमाने से कहीं अधिक ध्वनि प्रदूषण है।

प्रदूषण में हमारी 8वीं रैंक
वर्तमान में हमारा सागर प्रदेश में प्रदूषण के मामले में आठवें पायदान पर है। प्रदूषण बढ़ाने के मामले में प्रतिदिन बढ़ते टैम्पो के अलावा कंस्ट्रक्शन साइट भी शामिल हैं। अब दीपावली पर पटाखों की आवाज और धुएं से दोनों प्रकार के प्रदूषण में और अधिक वृद्धि होगी।

तीन महीनों की स्थिति
सिविल लाइन
माहवायुध्वनि
जुलाई10868-70
अगस्त11269-71
सितंबर11670-72

कटरा
माहवायुध्वनि
जुलाई18570-72
अगस्त17573-75
सितंबर20075-77
(प्रदूषण वायु माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर व ध्वनि डेसीबल में)

इस बार शहर के रिहायशी और व्यावसायिक क्षेत्र कटरा में ध्वनि प्रदूषण नापने की योजना है। इसके अलावा दीपावली से एक दिन पहले और एक दिन बाद के ध्वनि और वायु प्रदूषण अलग से नापा जाएगा।
एसके जैन, वैज्ञानिक, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड