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पहाड़ों पर बर्फबारी, मैदानी क्षेत्रों में शीतलहर, दिल्ली में खराब हवा बरकरार

उत्तर और मध्य भारत में सर्दी की लहर तेज। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और यूपी में घना कोहरा और ठंडी हवाओं ने जनजीवन प्रभावित किया।

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Cold Wave

उत्तर-पश्चिम व मध्य भारत के राज्यों में भी सर्दी के तेवर कड़े हो गए हैं। (File Photo - IANS)

North and Central India Shivers as Fog, Cold Intensify: देश के जम्मू-कश्मीर व हिमाचल में बारिश व बर्फबारी के बाद अब उत्तर-पश्चिम व मध्य भारत के राज्यों में भी सर्दी के तेवर कड़े हो गए हैं। बुधवार सुबह से ही दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में घना कोहरा छा गया, जिससे विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है। इसका प्रभाव सड़क, रेल व हवाई यातायात पर पड़ा।

भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के अनुसार उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से थोड़ा ऊपर होने के बावजूद ठंडी हवाओं और कोहरे के कारण कड़ाके की सर्दी की लहर महसूस हो रही है। राजस्थान में भी सर्दी का असर बढ़ गया है। जयपुर, अजमेर, जोधपुर, बीकानेर सहित कई इलाकों में सुबह घना कोहरा छाया रहा और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। ठंडी हवाएं चलने से राजस्थान के कई जिलों मे ठिठुरन बढ़ गई हैं।

मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है, जहां दिन का तापमान भी सामान्य से कम रहा। भोपाल और इंदौर सहित अन्य शहरों में ठंडी हवाएं चल रही हैं, जबकि छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर समेत उत्तरी हिस्सों में कोहरा और धूजणी छूटने वाली सर्दी आ गई हैं। आगामी दिनों में सर्दी की तीव्रता का असर रहेगा।

आइएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक उत्तर भारत में घना कोहरा 28-29 दिसंबर तक बना रहेगा और तापमान में और गिरावट आएगी। जिससे भारी शीतलहर की स्थिति बन सकती है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब में 29 दिसंबर तक, उत्तराखंड में 28 तक और मध्य प्रदेश में 25 दिसंबर को घना से बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में गुरुवार से कोहरा कुछ कम हो सकता है, लेकिन ठिठुरन बरकरार रहेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से मैदानों में ठंडी हवाएं और बढ़ेंगी।

एयर प्यूरीफायर पर 18% जीएसटी क्यों: हाईकोर्ट

दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते संकट के बीच दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार पर तीखा सवाल उठाया है। कोर्ट ने पूछा कि अगर सरकार नागरिकों को स्वच्छ हवा उपलब्ध नहीं करा सकती, तो कम से कम एयर प्यूरीफायर पर लगने वाले 18 प्रतिशत जीएसटी को कम या माफ क्यों नहीं किया जा सकता? मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की बेंच ने इसे जरूरी उपकरण बताया और कहा, 'हर नागरिक को ताजी हवा चाहिए। आप नहीं दे पा रहे हैं, तो प्यूरीफायर उपलब्ध कराएं।' यह मामला एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान आया। याचिका में मांग की गई है कि एयर प्यूरीफायर को ‘मेडिकल डिवाइस’ घोषित किया जाए और इन पर जीएसटी को 18% से घटाकर 5% या पूरी तरह माफ कर दिया जाए।

'दिल्ली में दो दिन रुकता हूं तो इंफेक्शन हो जाता है' : गडकरी

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली की खराब हवा पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, 'मैं दिल्ली में मुश्किल से दो दिन रुकता हूं और इंफेक्शन हो जाता है।' गडकरी ने स्वीकार किया कि प्रदूषण का 40 प्रतिशत हिस्सा उनके मंत्रालय से जुड़ा है, क्योंकि यह जीवाश्म ईंधन (फॉसिल फ्यूल) से आता है। हम जीवाश्म ईंधन आयात पर 22 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं और प्रदूषण बढ़ा रहे हैं। यह कौन सा राष्ट्रवाद है?

उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए इको-फ्रेंडली तकनीकों को अपनाना जरूरी है, लेकिन लोग इसे स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। यह बयान ऐसे समय में आया जब दिल्ली का एक्यूआइ लगातार 'गंभीर' और 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है। बुधवार सुबह दिल्ली का एक्यूआइ 349 के बीच दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है। कई इलाकों में यह 400 के पार पहुंच चुका है, जिससे श्वांस की बीमारियां बढ़ रही हैं।