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स्टेशन से जनता खाना गायब, ट्रेनों में चाय व कॉफी के सात की जगह वसूले जा रहे दस से पंद्रह रुपए

अधिकारी नहीं करते कार्रवाई

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Public food missing from the station, ten to fifteen rupees being charged instead of seven for tea and coffee in trains

Public food missing from the station, ten to fifteen rupees being charged instead of seven for tea and coffee in trains

बीना. जंक्शन पर यात्रियों को विभिन्न फूड स्टॉल से मिलने वाला जनता खाना गायब हो चुका है। इतना ही नहीं ट्रेनों की संख्या बढऩे के साथ ही वेंडरों द्वारा उनमें सवार होकर चाय व कॉफी तक महंगे दामों पर बेची जा रही है। प्रति चाय व कॉफी के सात की जगह दस से पंद्रह रुपए तक वेंडर वसूल रहे हैं। जब वेंडरों से इस बारे में बात की तो वह खुलकर कहते हैं कि महंगाई बढ़ चुकी है, इसलिए सामान को महंगा बेचना पड़ रहा है।
ठंडा होने का बहाना
कुछ वेंडरों ने बताया कि जनता खाना के पैकेट की पूड़ी-सब्जी जल्द ठंडी हो जाती है, जिससे देर तक रखा जाना संभव नहीं हो पाता। जब यात्रियों की डिमांड बढ़ जाती है, तो पैकेट की संख्या बढ़ाकर स्टॉल पर रख लिए जाते हैं। गौरतलब है कि रेलवे की ओर से अब लगभग ९५ प्रतिशत ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है। इसके चलते यात्रियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
पंद्रह रुपए का खाना सजाकर बेच देते हैं सत्तर रुपए में
पंद्रह रुपए में बेचे जाने वाले जनता खाने के पैकेट में से पूड़ी-सब्जी को निकालने के बाद वेंडर उसे प्लेट में सजाकर 70 रुपए तक में बेच देते हैं। इधर जब भी रेलवे स्टेशनों पर स्टॉल का संचालन करने वाले वेंडरों को यह पता चल जाता है कि रेलवे अधिकारी आ रहे हैं, तो वह जनता खाने के कुछ पैकेट रख लेते हैं। जैसे ही अधिकारी स्टेशन से रवाना होते हैं, पैकेट भी गायब कर दिए जाते हैं।
चलती ट्रेन में पंद्रह रुपए से कम की चाय नहीं मिली
मुंबई से स्टेशन पहुंची यात्री संगीता श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हें सफर के दौरान ट्रेन में 15 रुपए से कम की चाय नहीं मिली। स्टेशन पर भी जनता खाना किसी भी स्टॉल पर उपलब्ध होना मुश्किल हो रहा है। यात्री राहुल उपाध्याय ने बताया कि उन्हें महंगे दामों पर खाद्य सामग्री ट्रेन में दी गई।