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अस्पताल से चार सौ मीटर दूर बनाया जा रहा संजीवनी क्लीनिक, तो दूसरा बन रहा स्कूल परिसर में

नगर पालिका को सिर्फ निर्माण कराने से है मतलब, निर्माण के बाद किसी को लाभ हो या न हो।

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Sanjeevani Clinic is being built four hundred meters away from the hospital.

अस्पताल से चार सौ मीटर दूर बन रही क्लीनिक

बीना. नगर पालिका क्षेत्र में हो रहे कार्य इन दिनों चर्चा के विषय बने हुए हैं, क्योंकि निर्माण कराते समय यह ध्यान नहीं रखा जा रहा है कि इससे किसी को परेशानी तो नहीं है या फिर लाभ होगा की नहीं। ऐसे दो निर्माण कार्य वर्तमान में शुरू हुए हैं।
खुरई रोड पर सिविल अस्पताल स्थित है और उससे करीब चार सौ मीटर दूर ही पुष्पबिहार कॉलोनी में संजीवनी क्लीनिक का निर्माण कराया जा रहा है। यहां जब अस्पताल ही पास में है, तो लोग क्लीनिक पर इलाज कराने की बजाय अस्पताल की जाएंगे। इसके निर्माण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने विरोध भी किया था, लेकिन नगर पालिका ने नगर में जमीन न होने का हवाला देकर कार्य शुरू कर दिया है। जबकि इस क्लीनिक को शहर के ऐसे हिस्से में बनाया जाना चाहिए, जहां से अस्पताल दूर है और लोगों को प्राथमिक इलाज मिल सके। इसी तरह दूसरी क्लीनिक जवाहर वार्ड स्थित शासकीय स्कूल के परिसर में बनाई जा रही है, जिसका विरोध स्कूल प्रबंधन कर रहा है, लेकिन इससे अधिकारियों का कोई लेनादेना नहीं है। यहां क्लीनिक बनने से पूरा स्कूल परिसर असुरक्षित हो जाएगा और कमरों में अंधेरा रहेगा। साथ ही बच्चों को खेलने के लिए जगह नहीं बचेगी। स्कूल प्रबंधन ने एसडीएम से शिकायत भी की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बीएमओ डॉ. अरविंद गौर ने अस्पताल के पास क्लीनिक बनाने का विरोध भी किया था, लेकिन अब वहां निर्माण शुरू हो चुका है।

निजी स्कूलों में देख रहे खामियां
कलेक्टर के आदेश पर निजी स्कूलों में तो खामियां देखी जा रही हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों में जहां लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं वहां ध्यान नहीं दिया जा रहा है। क्लीनिक बनने से खेल मैदान खत्म हो रहा है और बच्चे असुरक्षित हो जाएंगे, लेकिन यहां कोई ध्यान देने वाला नहीं है।

सिर्फ कमीशन से है मतलब
नेता प्रतिपक्ष प्रशांत राय ने बताया कि नगर पालिका में फिजूल खर्ची की जा रही है और सिर्फ निर्माण कार्य कराकर कमीशन लिया जा रहा है। अस्पताल के पास क्लीनिक बनाने का कोई औचित्य नहीं है। क्लीनिक शहर के उन हिस्सों में बननी थी, जहां जरूरत है।

जगह की है कमी
जमीन न मिलने के कारण क्लीनिक अस्पताल के पास बनानी पड़ रही है। कमीशन लेने जैसी कोई बात नहीं है। यदि आरोप लगाने वाले जगह बता दें, तो वहां निर्माण करा दिया जाएगा।
लता सकवार, नपाध्यक्ष, बीना