
एसिड से आलू धोते हुए
बीना. फलों को पकाने के लिए विक्रेता हानिकारक रसायनों का उपयोग करते ही हैं और अब आलू को चमकाने के लिए टॉयलेट एसिड का डाल रहे हैं, जिससे घातक बीमारियों हो सकती हैं। थोड़े से लालच में लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
बाजार में चमचमाते आलू ग्राहकों को लुभाते हैं और इनकी बिक्री ज्यादा होती है, इसलिए कुछ विक्रेता टॉयलेट एसिड से आलू धो रहे हैं। एसिड से आलू धोने में ज्यादा लागत नहीं आती है और चमक अच्छी आ जाती है। विक्रेता ज्यादा मात्रा में आलू बेचने के चक्कर में एसिड का उपयोग करते हैं। शुक्रवार के हाट बाजार में दुकानें ज्यादा लगती है और पूरे क्षेत्र के लोग खरीदी करने आते हैं, जिससे एसिड का उपयोग इस दिन ज्यादा होता है।
नींबू से भी करते हैं साफ
एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि नींबू से भी आलू साफ करते हैं, लेकिन चमक कम आती है और एसिड से आलू धोने से वह सफेद दिखने लगते हैं। सबसे ज्यादा एसिड का उपयोग शुक्रवार के हाट बाजार में किया जाता है। क्योंकि उस दिन बिक्री ज्यादा होती है। जबकि एसिड से धुला आलू एक और दो दिन में ही खराब हो जाता है।
पेट में जलन, मुंह में आ सकते हैं छाले
बीएमओ डॉ. संजीव अग्रवाल ने बताया कि एसिड का उपयोग करने से गैस, पेट में जलन, सीने में जलन, मुंह में छाले आ सकते हैं और पाचन क्रिया पर भी असर पड़ सकता है। इसके उपयोग पर रोक लगना चाहिए।
बाजार में आसानी से मिल रहा एसिड
टॉयलेट एसिड बाजार में आसानी से किराना दुकान, जनरल स्टोर पर मिल रहा है। जबकि कुछ वर्ष पूर्व नियम बनाया गया था कि जिस भी व्यक्ति को एसिड बेचा जाएगा उसका नाम, पता का विवरण रखना होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है और धड्डले से एसिड बिक रहा है।
कराएंगे जांच
यदि आलू धोनों में एसिड का उपयोग हो रहा है, तो इसकी जांच कराई जाएगी। साथ ही बिना जानकारी लिए एसिड बेचने वालों पर भी कार्रवाई करेंगे।
विजय डेहरिया, एसडीएम, बीना
Published on:
17 Jul 2025 12:07 pm
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