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मोबाइल घर पर छोड़ घर से निकले कोचिंग संचालक का शव बेबस नदी में उतराता मिला

लोवर-टी-शर्ट में निकले थे घर से सागर. सिविल लाइन के इंदिरा कॉलोनी में रहने वाले कोचिंग संचालक संजय मिश्रा का शव गुरुवार सुबह बेबस नदी में मिला। वे बुधवार की दोपहर करीब 3 बजे अपना मोबाइल घर पर छोड़ लोवर-टी- शर्ट में घर से निकले थे और फिर रात में वापस नहीं लौटे। परिजनों ने […]

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सागर

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Nitin Sadaphal

Oct 25, 2024

शव को नदी से बाहर निकलाते गोताखोर

शव को नदी से बाहर निकलाते गोताखोर

लोवर-टी-शर्ट में निकले थे घर से

सागर. सिविल लाइन के इंदिरा कॉलोनी में रहने वाले कोचिंग संचालक संजय मिश्रा का शव गुरुवार सुबह बेबस नदी में मिला। वे बुधवार की दोपहर करीब 3 बजे अपना मोबाइल घर पर छोड़ लोवर-टी- शर्ट में घर से निकले थे और फिर रात में वापस नहीं लौटे। परिजनों ने परिचितों व रिश्तेदारों से संपर्क किया, लेकिन संजय का कुछ पता नहीं चला। सुबह ग्रामीणों ने नदी किनारे खड़ी अज्ञात कार देखी और कुछ देर बाद ही उनका शव नदी में उतराता नजर आया। ग्रामीणों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से शव बाहर निकाला और सूचना परिजनों को दी।

सिविल लाइन थाना पुलिस के अनुसार गुरुवार की सुबह इंदिरा कॉलोनी के पीताम्बरा मंदिर के पास रहने वाले करीब 48 वर्षीय संजय पुत्र प्रेम प्रकाश मिश्रा का शव बन्नाद गांव के पास बेबस नदी में मिला है। पुलिस को उनके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। घटना स्थल देखकर प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है। हालांकि पुलिस मामले में हादसा व हत्या दोनों एंगल से जांच कर रही है।

मजदूरों को देख नदी से वापस लौटे

जानकारी के अनुसार संजय शाम करीब 4 बजे कार से बन्नाद गांव के पास स्थित एनीकेट पर पहुंचे थे। चूंकि उनका गांव रामवन पिपरिया बन्नाद के पास ही लगा हुआ तो वहां स्टॉपडैम का काम कर रहे मजदूर उन्हें पहचान गए। इसके बाद वे वापस लौटे और मंदिर में दर्शन कर कहीं चले गए। लोगों ने बताया कि मजदूरों के जाने के बाद वह रात में दोबारा एनीकेट के पास पहुंचे और फिर सुसाइड किया।

कर्जा होने की बात आ रही सामने

मृतक संजय मिश्रा लंबे समय से गोपालगंज स्थित स्नेह नगर में कोचिंग संचालित करते थे। इसके अलावा उनका एनजीओ भी था, जिसके माध्यम से वे नगर निगम, स्मार्ट सिटी व ग्राम पंचायतों में स्वच्छता और एनयूएलएम के भी काम करते थे। संजय के परिचितों से मिली जानकारी के अनुसार उन पर कर्जा बढ़ गया था, जिसको लेकर वे परेशान थे। यह जानकारी पुलिस के पास भी पहुंची है। कहीं कोई उन पद दबाव तो नहीं बना रहा था, इसको लेकर पुलिस उनके मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकालेगी।