
जरूआखेड़ा मूडरा सत्ती घाटी पर पिछले माह शव मिला था। शव की कुछ दिन बाद शिनाख्त हुई और फिर पुलिस ने हत्या की आशंका के चलते जांच-पड़ताल शुरू की, जिसके बाद अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस के मुताबिक निरंजन सिंह राजपूत की उससे चचेरे भाई ने ही हत्या की थी। मृतक के पिता ने सोयाबीन की कटाई के दौरान आरोपी के पिता को थप्पड़ मार दिया था। दोनों संगे भाई थे, लेकिन बदला लेने के लिए चचेरे भाइयों ने प्लान तैयार किया और निरंजन की हत्या कर दी।
पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 16 दिन पहले पुलिस को सूचना मिली थी कि घाटी पर केम के पेड़ के पास अज्ञात शव पड़ा हुआ है। दो दिन बाद मृतक की पहचान खुरई देहात थाना क्षेत्र के ग्राम सरखड़ी निवासी निरंजन सिंह पुत्र फूलसिंह राजपूत 42 वर्ष के रूप में हुई थी। दरअसल मृतक के पिता फूलसिंह ने सोयाबीन की कटाई के दौरान अपने भाई यानी आरोपी के पिता को थप्पड़ मार दिया था। यहीं से विवाद ने शुरू हुआ था। चचेरे भाई रूपसिंह राजपूत और शैतानसिंह राजपूत ने अपने साथी के साथ निरंजन को सुनसान जगह पर पकड़ा और फिर पत्थर से सिर कुचलकर मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस गिरफ्त में आए दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है, वहीं पुलिस वारदात में शामिल तीसरे आरोपी सिलोदा निवासी राजेश सिंह राजपूत की तलाश में जुट गई है। अंधे हत्याकांड का पुलिस ने 17 दिन के अंदर खुलासा किया है।
Published on:
13 Dec 2025 04:50 pm
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