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सागर. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में ग्लव्स की कमी बनी हुई है। डिमांड के अनुसार सप्लाई न होने से डॉक्टर्स व मरीज परेशान होते हैं। बीएमसी के ऑपरेशन थियेटर्स, कैजुअल्टी, माइनर-सर्जीकल सहित तमाम वार्डों में प्रतिदिन मिनिमम 500 जोड़ी ग्लव्स की जरूरी होती है लेकिन बीएमसी के स्टोर से मात्र 200-250 जोड़ी की पूर्ति ही हो पाती है। बीएमसी के विभिन्न विभागों से जब स्टोर को डिमांड भेजी जाती है तो स्टोर से सिर्फ काम चलाने जितने ग्लव्स ही जारी होते हैं। स्टोर अधिकारी भोपाल से सप्लाई कम होने की बात कहते हैं। हालांकि स्टोर इंचार्ज अब ऑर्डर आने और सप्लाई में तेजी लाने की बात कह रहे हैं।
बीएमसी के मेजर-माइनर ऑपरेशन थियेटर व सर्जिकल वार्ड में आए दिन मरीज के परिजन शिकायत करते हैं कि स्टाफ के लोग ऑपरेशन व सर्जरी के लिए परिजनों से ग्लव्स मंगाते हैं। इसके अलावा इमरजेंसी वार्ड में जब भी कोई बड़ा हादसा होता है और घायलों की संख्या अधिक होती है तो डॉक्टर्स के पहनने के लिए ग्लव्स कम पड़ जाते हैं। जबकि निर्देश हैं कि मेजर ओटी, आइसीयू और कैजुअल्टी जैसे संवेदनशील वार्डों में किसी भी तरह ग्लव्स कम नहीं पडऩे चाहिए। लेकिन स्टोर का ऑर्डर लेट होने पर यहां ही व्यवस्थाएं चरमरा जाती हैं।
विभागीय अधिकारियों की माने तो ग्लव्स की पूर्ति के लिए प्रदेश स्तर से टेंडर हुए हैं लेकिन प्रदेश भर के मेडिकल कॉलेजों में समय पर सप्लाई न होने से यह स्थिति लंबे समय से बनी हुई है।
डिमांड की 50 प्रतिशत हो रही पूर्ति-
बीएमसी के 9 ऑपरेशन थियेटर में हर दिन करीब 25-30 ऑपरेशन होते हैं। प्रत्येक ऑपरेशन में 6-10 जोड़ी तक ग्लव्स लगते हैं। कैजुअल्टी वार्ड में ही रोज 80-100 जोड़ी ग्लव्स लगते हैं। इसके अलावा 30 वार्डों में भर्ती 750 मरीजों के उपचार के लिए नर्सिंग स्टाफ व डॉक्टर्स को ग्लव्स की जरूरत होती हैं। डिमांड के अनुसार स्टोर द्वारा मात्र 50 प्रतिशत ग्लव्स की सप्लाई ही होती है।
कभी-कभी परिजन बाहर से लाकर दे रहे-
ओटी के बाहर बैठी दुर्गा बाई अहिरवार ने बताया कि विगत सप्ताह बेटी को ऑपरेशन के लिए भर्ती किया था। जांचों के बाद आज ऑपरेशन हुआ था। हमने ग्लव्स लाकर दिए थे। वहीं
रहली क्षेत्र के सुखनंदन पटेल ने बताया कि भांजे का एक्सीडेंट हुआ था, बीएमसी में ऑपरेशन कराना है इसलिए बाहर से ग्लव्स लेकर जा रहे हैं। 15-25 रुपए जोड़ी ग्लव्स मरीज के परिजनों से खरीदवाए जाते हैं। बीएमसी के डॉक्टर्स भी ये बात मानते हैं कि ऑपरेशन में देरी न हो इसलिए ग्लव्स मरीजों से ही गांग लेते हैं।
बीएमसी में ग्लव्स की स्थिति-
500 जोड़ी ग्लव्स की रोज खपत-
250 की सप्लाई-
25-30 ऑपरेशन प्रतिदिन होते-
6-10 जोड़ी ग्लव्स प्रत्येक ऑपरेशन के लिए जरूरी-
80 जोड़ी ग्लव्स कैजुअल्टी की हर दिन की जरूरत-
-इमरजेंसी वार्ड में ज्यादा ग्लव्स लगते हैं। हमारे पास जितने होते हैं, उन्हें ड्यूटी के हिसाब से वितरित करते हैं। प्रतिदिन 80-100 जोड़ी औसत ग्लव्स लग जाते हैं। बीएमसी के स्टोर डिमांड भेजते हैं स्टोर के पास जितना स्टॉक होता है वह देते हैं, स्टोर में न होने पर किसी तरह व्यवस्थाएं करते हैं।
डॉ. नीरज श्रीवास्तव, कैजुअल्टी वार्ड प्रभारी।
-हर माह बीएमसी में 10-15 हजार जोड़ी ग्लव्स की खपत होती है। ऑर्डर लेट हो जाने के कारण विगत दिनों ये स्थिति बनी थी, ऑर्डर आने के पहले सप्लाई धीमी कर देते हैं ताकि 3 माह का स्टॉक बना रहे। अभी ऑर्डर आ गया है अब सप्लाई में तेजी आएगी।
अमित तिवारी, स्टोर इंचार्ज बीएमसी।
Published on:
19 Mar 2024 10:45 pm
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