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विधि महाविद्यालय में अंग्रेजी माध्यम के नहीं प्राध्यापक, विद्यार्थी हो रहे परेशान

महाविद्यालय की लाइब्रेरी शुरू न होने के कारण सभी पुस्तकें नहीं उपलब्ध, पढ़ाई हो रही प्रभावित

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There is no English medium professor in law college, students are getting worried

पीजी कॉलेज के पुराने भवन में लग रही कक्षाएं, बाहर नहीं लगाया बोर्ड

बीना. शासकीय विधि महाविद्यालय में पिछले वर्ष से शिक्षा सत्र शुरू हुआ है और यहां साठ सीटों पर प्रवेश हो रहे हैं। सत्र 2024-25 का सत्र भी शुरू हो चुका है, लेकिन सभी सुविधाएं विद्यार्थियों को नहीं मिल पा रही हैं।
महाविद्यालय में अंग्रेजी माध्यम से पढऩे वाले विद्यार्थियों ने भी प्रवेश लिया है, लेकिन यहां पढ़ाने के लिए प्राध्यापक नहीं हैं। प्राध्यापक न होने से विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है। साथ ही सभी पुस्तकें भी उपलब्ध नहीं हैं। छात्र विवेक राय ने बताया कि उन्होंने अंग्रेजी माध्यम से प्रवेश लिया है, लेकिन इस माध्यम से पढ़ाने के लिए कोई प्राध्यापक नहीं हैं। सभी पुस्तकें भी नहीं मिल पा रही हैं। विद्यार्थियों ने जल्द से जल्द सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है।

स्नातकोत्तर महाविद्यालय के भवन में लग रहीं कक्षाएं
विधि महाविद्यालय का भवन निर्माण पीपरखेड़ी के पास चल रहा है और वर्तमान में कक्षाएं शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पुराने भवन में लग रही हैं। जिस भवन में कक्षाएं लगाई जा रही हैं, वहां बाहर महाविद्यालय का बोर्ड तक नहीं लगा हुआ है, जिससे यह पता ही नहीं चलता है कि महाविद्यालय कहां संचालित किया जा रहा है। साथ ही महाविद्यालय की अभी लाइब्रेरी भी शुरू नहीं हो पाई है।

पुस्तकों के लिए भेजी है डिमांड
अभी महाविद्यालय की लाइब्रेरी शुरू नहीं हो पाई है और जिन पुस्तकों की कमी है, उनकी डिमांड भेजी गई है। साथ ही अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए पीजी कॉलेज के प्राध्यापक का सहयोग लिया जाता है। महाविद्यालय में वर्तमान में तीन अतिथि विद्वान और तीन स्थायी प्राध्यापक पदस्थ हैं।
डॉ. महेन्द्र पटेल, शासकीय विधि महाविद्यालय, बीना