बीना. औद्योगिक नगरी के रूप में विकसित हो रहे शहर में ट्रांसपोर्ट नगर न होने से शहर की यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है और शहरवासी भी परेशान हैं। इसके बाद भी इस ओर जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। हर बार सिर्फ कागजों में ही इसे बनाया जाता है।
दस वर्ष की कार्ययोजना को लेकर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग मास्टर प्लान तैयार करता है और नगर के वर्ष 2011 के मास्टर प्लान में ट्रांसपोर्ट नगर को शामिल किया गया है था, लेकिन यह धरातल पर आज तक नहीं आया है। इसे सिर्फ कागजों में ही इसे बनाया जाता है। शहर में स्थिति यह है कि लोडिंग-अनलोडिंग का कार्य मुख्य सड़कों के किनारे, कॉलोनियों में या फिर ब्रिज के नीचे किया जा रहा है। कहीं भी वाहन खड़े करने से यातायात बाधित होता है और हादसों का भी डर बना रहता है।
सड़क किनारे चल रहे गैरेज
ट्रांसपोर्ट नगर न होने से सडक़ किनारे गैरेज भी संचालित हो रहे हैं। शहर के आगासौद रोड, खिमलासा रोड, कुरवाई रोड आदि जगहों पर गैरेज संचालित हो रहे हैं। यदि ट्रांसपोर्ट नगर होता, तो इन्हें व्यवस्थित किया जा सकता था।
कॉलोनियों के अंदर तक पहुंच रहे ट्रक
मुख्य सड़कों के साथ-साथ कॉलोनियों के अंदर तक ट्रक पहुंच रहे हैं और खाली प्लाटों में वाहन खड़े करके बड़े वाहनों से छोटे वाहनों में सामान खाली किया जाता है, इससे कॉलोनी के लोग परेशान हैं।
टॉउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग की लापरवाही
इस मामले में टॉउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के अधिकारियों की लापरवाही है। वह मास्टर प्लान बनाकर नगर पालिका को सौंप देते हैं, लेकिन इसके बाद उस प्लानिंग पर काम हुआ है या नहीं इसकी जानकारी लेने वाला कोई नही है। इस संबंध में विभाग के अधिकारियों से संपर्क करना चाहा, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
Published on:
06 Jul 2025 11:52 am