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VIDEO : कोरेगांव मेें कोरे ही रह गए विकास के पन्ने, पानी तक के पड़े लाले

गांव में जाकर जब हकीकत का जायजा लिया तो हालात चौकाने वाले थे।

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water problem in koregaon makronia sagar

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सागर. नगर पालिका मकरोनिया के वार्ड नंबर-11 में आने वाले कोरेगांव में विकास की गाथा भी कोरी ही नजर आ रही है। यह गांव हमेशा से ही जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार हुआ है। यही कारण है कि जिला मुख्यालय से महज दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस गांव में लोग आज भी विकास के सपने ही देख रहे हैं, हकीकत में कुछ खास नहीं हो सका है। गांव में रहने वाले हजारों परिवारों को पेयजल की सुविधा भी अभी तक मुहैया नहीं कराई गई है। गांव में जाकर जब हकीकत का जायजा लिया तो हालात चौकाने वाले थे। यहां पर दिसंबर माह की शुरूआत में ही पेयजल की किल्लत शुरू हो गई है। गांव के स्थिति देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब अभी से हेंडपंप पर पानी भरने वालों की लंबी कतार लगना शुरू हो गई है तो आने वाले मार्च-अप्रैल में यहां क्या हालात होंगे।

वृंदावन वार्ड की पार्षद पिंकी वर्मा ने बताया कि कोरेगांव में पेयजल की व्यवस्था कराने के लिए करीब ७ साल पहले विधायक प्रदीप लारिया ने १२ लाख रुपए स्वीकृत कर राजघाट की लाइन के विस्तार की घोषणा की थी, लेकिन वह अभी तक नहीं पहुंच पाई है। उसके बाद नपा ने वर्ष २०१६ में स्टीमेट तैयार कराया और नगर निगम को १६ लाख १४ हजार की राशि जारी की। जिसके बाद निगम ने अूधरी लाइन बनाकर छोड़ दी और ९ लाख ६० हजार की अतिरिक्त राशि की मांग की गई। वह भी करीब दो माह पहले नगर पालिका जारी कर दी, लेकिन आज तक इस गांव में पेयजल की लाइन नहीं पहुंच सकी है।

जानकारी के अनुसार कोरेगांव की आबादी चार हजार से अधिक हैं। इन लोगों को पानी के लिए दो कुएं और पांच हैंडपंप का सहारा था, पर कुओं का पानी उपयोग करने लायक नहीं है तो पांच में से तीन हैंडपंप खराब हैं। जो दो हैं वहां भी कतार लगी रहती है।

निगम ने पहले 16.14 का और दूसरी बार 9.60 लाख की मांग की थी। यह राशि निगम को जारी कर दी गई है। हालाकि आधी लाइन बिछाई जा चुकी है, शेष लाइन भी जल्द बिछाकर कोरेगांव तक पानी पहुंचाया जाएगा।
सुशीला रोहित, नपाध्यक्ष, मकरोनिया