
देवबंदी आलिम मौलाना लुत्फुर्रहमान सादिक़ क़ासमी मोहतमिम जामिया फातिमा ज़ोहरा एंग्लो अरबिक
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
सहारनपुर। बागपत के थाना रमाला में तैनात दरोगा की दाढ़ी का मामला गरमाने लगा है। देवबंदी आलिम ने दाढ़ी कटवाने काे गलत करार देते हुए कहा है कि दरोगा काे ऐसा नहीं करना चाहिए था। दाढ़ी कटवाने से अच्छा था कि नाैकरी छेड़ देते
जानिए क्या है पूरा मामला
बागपत के थाना रमाला पर तैनात उपनिरीक्षक इन्तसार अली काे एसपी ने बगैर अनुमति दाढ़ी रखने पर सस्पेंड कर दिया था। उपनिरीक्षक पर बार-बार चेताने के बाद भी निर्देशों का पालन नहीं करने के आराेप थे। चेताने के बावजूद उप निरीक्षक ने ना ताे दाढ़ी कटाई और ना ही अनुमति ली। इस पर एसपी ने उपनिरीक्षक काे निलंबित कर दिया था। निलंबन के बाद उप निरीक्षक दाढ़ी कटवाकर एसपी के सामने पेश हुए जिसके बाद एसपी ने उन्हे बहाल कर दिया।
अब इस मामले में देवबंदी आलिम मौलाना लुत्फुर्रहमान सादिक़ क़ासमी मोहतमिम जामिया फातिमा ज़ोहरा एंग्लो अरबिक ने कहा है कि इस्लाम में दाढ़ी रखना जरूरी है। दाढ़ी रखकर कटवाना उचित नहीं है। दरोगा काे दाढ़ी नहीं कटवानी चाहिए थी। उन्होंने दाढ़ी के सामने नौकरी को ज्यादा अहमियत दी है जो गलत है। ऐसी नाैकरी जिसके लिए दाढ़ी की कुर्बानी देनी पड़े छाेड़ देनी चाहिए थी लेकिन दाढ़ी नहीं कटवानी चाहिए थी।
Updated on:
26 Oct 2020 08:48 pm
Published on:
26 Oct 2020 07:03 pm
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