देवबन्द। बरेली की विश्व प्रसिद्ध दरगाह आला हजरत के दारुल इफ्ता से निदा खान के खिलाफ जारी फतवे का देवबन्दी उलेमाओं ने भी समर्थन किया है। मौलाना लुत्फुर्रहमान सादीक कासमी ने कहा कि जो शख्स इस्लाम के शरीयत कानून को मानने से इंकार करता है तो वह इस्लाम से खारिज हो जाता है।