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फैक्ट्री में अवैध शराब बनवाकर करोड़ों का घौटाला करने वाले एमडी समेत 27 पर गैंगस्टर, जानिए खेल

UP news सभी लोगों पर फैक्ट्री यानी कोऑपरेटिव कंपनी लिमिटेड में हेराफोरी करके 11 महीने के अंदर 35 करोड़ रुपये के गबन का आरोप है।

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Saharanpur

सहारनपुर एसएसपी आशीष तिवारी

Liquor Scam : सहारनपुर के टपरी स्थित शराब फैक्ट्री में हुए बड़े घौटाले पर कार्रवाई करते हुए शराब फैक्ट्री के एमडी और आबकारी विभाग के दो अधिकारियों समेत 27 लोगों के गैंगस्टर में निरुद्ध किया गया है। इनकी गिरफ्तारी के लिए पांच अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। एसएसपी का कहना है कि सभी आरोपी अलग-अलग राज्यों में हैं जल्द इनकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

फैक्ट्री में बनाई जा रही थी अतिरिक्त अवैध शराब

सहारनपुर की कोतवाली देहात में दर्ज मुकदमें में इन सभी को एक गैंग माना गया। इसी आधार पर टपरी स्थित शराब फैक्ट्री कोऑपरेटिव कंपनी लिमिटेड के एमडी, यूनिट हैड, बटलिंग इंचार्ज, कैमिस्ट, बारकोड डिस्पेचर और आबकारी विभाग के दो अधिकारियों समेत 27 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई। ये सभी मिलकर एक संगठित गैंग की तरह कार्य कर रहे थे। आरोप है कि इन सभी की मिलीभगत से अवैध शराब बनाई गई और उसे अलग-अलग राज्यों में सप्लाई कर दिया गया। इस तरह इन लोगों ने अनुचित लाभ कमाया और यूपी सरकार को करीब दो करोड़ रुपये के राजस्व की हानि पहुंचाई।

ऐसे खुला था मामला ( Liquor Scam )

एसपी सिटी व्योम बिंदल के अनुसार पुलिस को यह शिकायतें मिली कि सहारनपुर के टपरी में जो शराब फैक्ट्री है उसमें बड़ा खेल हो रहा है। प्राथमिक पड़ताल में पता चला कि फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में शराब गलत बारकोड से निकाली जा रही है। इस पर कोऑपरेटिव कंपनी लिमिटेड की जांच की गई तो हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए। जांच में पता चला कि कंपनी के एमडी प्रणव अनेजा समेत करीब 27 लोग इस गोरख धंधे में लिप्त हैं। इन्होंने अपना पूरा गैंग बना रखा है और सभी मिलकर फैक्ट्री में अवैध रूप से अतिरिक्त देशी शराब बनाते हैं और फिर उसे बारकोडिंग से लेकर डिस्पैचिंग और गेट से बाहर तक निकलवाते हैं। इसके बाद इस शराब को अलग-अलग प्रदेशों में सप्लाई कराया जाता है। यह मामला खुलने पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। अब इसी मामले में इन सभी के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है।

11 महीने में 35 करोड़ रुपये की एक्साइज ड्यूटी चोरी

इस गैंग पर आरोप है कि इन सभी ने मिलकर करीब 11 महीने में 35 करोड़ रुपये की एक्साइज ड्यूटी चोरी कर ली। राज्सव हानि पहुंचाने के साथ-साथ इस गैंग ने अभिलेखों में फर्जीवाड़ा करके जीएसटी और इनकम टैक्स की भी चोरी की। इस तरह से इन्होंने 11 महीनों के अंदर करीब 35 करोड़ रुपये की हेरा-फेरी कर डाली।

पांच टीमों का गठन

एसएसपी आशीष तिवारी के अनुसार किसी भी तरह का गलत कार्य या कानून को अपने हाथों में लेने वालों पर कोई रियायत नहीं है। शासन के निर्देशों के अनुसार अपराध करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पांच अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।