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ईद से पहले मुसलमानों को लेकर मौलाना ने जारी ऐसा बयान, सुनकर आप भी करेंगे तारीफ

दारुल उलूम लखनऊ के बाद देवबन्द के एक आलिम ने की मुस्लमानों से अपील लॉकडाउन लागु रहा तो पहले की तरह ही घर पर ही अलविदा जुमे की नमाज पढ़ने की अपील बुरे वक्त के लिए बचाकर रखे पैसा, बाजारों की रोनक न बने मुस्लमान

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देवबन्द. दारुल उलूम लखनऊ से जारी हुए फतवे में मुस्लिम धर्म गुरू मौलाना खालिद रशीद फिरंगी ने कहा है कि ईद के लिए नए कपड़े जरूरी बनाना नहीं है। आपके पास जो भी अच्छे कपड़े हैं, उसे ही इस्तेमाल करें। इस फतवे के बाद देवबन्दी आलिम ने भी मुस्लमानों से अपील करते हूए कहा है कि मुस्लमान बाजारों की रोनक न बने। उन्होंने घर पर रखे साफ-सुथरे कपड़े पहन कर ही ईद मनाने की सलाह दी है। इसके साथ ही मौलाना ने कहा है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए ईद के मौके पर किसी से हाथ न मिलाएं और न ही गले मिले। इसके साथ ही मौलाना ने एक दूसरे को घरों पर जाकर ईद की मुबारकबाद पेश करने से भी मना किया है।

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देवबन्दी आलिम मुफ्ती असद कासमी ने कहा की इस वक्त पुरे देश में लॉकडाउन लागु है। इस बार लॉकडाउन की वजह से मुबारक महीने रमजान के अन्दर मुस्लमानों ने मस्जिदों के अन्दर समूह में नमाज तक अदा नहीं कर पाए। सिर्फ जिनको इजाजत मिली हुई है वे तीन-चार लोग ही रमजान के महिने मे नमाज अदा कर रहे हैं। इसी तरिके से रात में तरावी की नमाज जिसमें कि कुरान शरिफ सुन्ने-सुनाने का मामला है। उसमें भी घर के अन्दर ही तीन चार लोग ही तरावी अदा कर रहे हैं। जहा तक अलविदा जुमे की बात है तो लॉकडाउन लागु रहा तो अलविदा जुमा भी इसी तरिके से अदा किया जायेगा। लॉकडाउन अगर खुल जाता है तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए अलविदा जुमे की नमाज अदा की जाएगी।

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उन्होंने कहा कि जहां तक ईद की बात है। अगर लॉकडाउन खुलता है तो सोशल डिस्टेस को ध्यान में रखते हुए ईदगाह और मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की जाएगी। ईद की नमाज घरों पर पढ़ने का यह मसला है कि जहां हर आदमी आ जा सकता है। वहां उन घरों पर ईद की नमाज अदा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस बात का ध्यान रखेम कि इस मुबारक महीने के अंदर बाजारों की रोनक हरगिज न बनें। शोपींग न करें, जो भी घर के अंदर अच्छे कपड़े हो, उन्हीं को पहन कर ईद की नमाज अदा करें। ऐक दुसरे से हाथ न मिलाए और न ही गले मिले। इसी तरिके से ऐक दुसरे के पास जाकर ईद की मुबारक बाद पेश न करें। लॉकडाउन का पालन करें। सरकार ने जो गाइडलाईन जारी की है। उसका पालन करें। प्रशासन का एहतराम किया जाए और सरकार के सभी आदेशों का पालन करें।