इन्हाेंने ग्रामीणों पर केवल इसलिए गोलियां बरसा दी क्योंकि गर्मी से परेशान 60 वर्षीय सुक्कड़ अपने घेर के सामने सड़क के एक किनारे पर खाट बिछाए साे रहा था। जब इस सड़क से ये बाइक सवार गुजरें ताे इन्हाेंने ग्रामीण सुक्कड़ का विराेध किया, और कहा कि इस तरह से सड़क किनारे पर खाट बिछाना सही नहीं है। बस इसी बात को लेकर ग्रामीण और बाइक सवारों में विवाद हो गया। शोर सुनकर सुक्कड़ के परिजन आैर अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और इसी दौरान गुस्साए बाइक सवारों ने ग्रामीणों पर गाेलियां बरसा दी। इस गोलीबारी में वृद्ध सुक्कड़ की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार अन्य ग्रामीण गोली लगने से घायल हो गए। घायल सभी ग्रामीणाें का उपचार चल रहा है।
एेसे हुई घटना यह घटना रात करीब साढ़े दस बजे की है। सहारनपुर के रामपुर मनिहारान थाना क्षेत्र के गांव भाकला में 60 वर्षीय ग्रामीण सुक्कड़ अपने घर के बाहर सड़क किनारे मच्छरदानी लगा कर सो रहा था। ग्रामीणों के मुताबिक जिस जगह पर सुक्कड़ ने खाट बिछाई हुई थी, उस जगह से सड़क इतनी चौड़ी है कि एक साथ दो ट्रक भी निकल सकते हैं। सुक्कड़ काे बिल्कुल भी यह मालूम नहीं था कि सड़क किनारे खाट बिछा कर सोना उन्हें इतना महंगा पड़ेगा कि जिंदगी से हाथ धोना पड़ जाएगा।
देर रात करीब 10:30 बजे दो बाइक पर सवार होकर चार युवक इसी रास्ते से गुजरते हैं और नशे में धुत इनमें से दो युवक इस बात का विरोध करने लगते हैं कि सड़क किनारे खाट क्यों बिछाई गई है। इसी बात को लेकर सुक्कड़ और इन बाइक सवारों के बीच कहासुनी होने लगती है। आवाज सुनकर सुक्कड़ का भतीजा रविंद्र कुमार भी मौके पर आ जाता है। इसी बीच कुछ और लोग भी मौके पर आ जाते हैं और इसके तुरंत बाद बाइक सवार युवक दुस्साहसिक ढंग से ग्रामीणाें पर फायर झोंक देते हैं। अचानक हुए इस हमले में एक गाेली सुक्कड़ की आंख में जाकर लगती है आैर इसकी माैके पर ही माैत हाे जाती है। गाेली लगने से चार अन्य ग्रामीण घायल हो जाते हैं। वारदात को अंजाम देकर बाइक सवार चारों युवक मौके से भाग जाते हैं और इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल जाती है। मामूली बात को लेकर गांव में फायरिंग की सूचना पर पुलिस दौड़ती है और एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह भी रात में ही गांव में पहुंच जाते हैं। रातभर पुलिस दबिशें देती है और तड़के चारों आरोपियों आशु, गोविंद, ललित और अंकित को गिरफ्तार कर लिया जाता है। एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह के मुताबिक पकड़े गए अभियुक्ताें ने बताया कि रास्ते में मच्छरदानी लगाए जाने को लेकर उनकी सुक्कड़ से बहस हो गई थी और इसी दौरान आशु के इशारे पर इस घटना को अंजाम दिया गया और सुक्कड़ की मौके पर ही गोली मार दी गई। पुलिस ने इनके कब्जे से अवैध असलहे भी बरामद किए हैं इनके पास तमंचा था जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है पुलिस अब पकड़े गए चारों अभियुक्तों से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह तमंचे इनके पास कहां से आए थे। पुलिस ने इन्हे उस समय समय गिरफ्तार किया जब चाराे पड़ाेसी राज्य भागने की फिराक में थे। पुलिस का दावा है कि चाराें काे मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अब इन पर गैंगस्टर लगाने की भी तैयारी कर रही है।
जातीय हिंसा की घटना को लेकर भी संवेदनशील थी यह वारदात
सहारनपुर के रामपुर मनिहारन क्षेत्र के गांव में जिस तरह से आधी रात को इस घटना को अंजाम दिया गया उससे हत्या की यह घटना जातीय हिंसा को लेकर संवेदनशील रह चुके सहारनपुर में पुलिस के लिए किसी चुनाैती से कम नहीं थी। गनीमत रही कि पुलिस ने समय रहते सभी हमलावरों को हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया और पूरी बात सामने आ गई वरना इस आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता कि इस घटना काे भी तूल दिया जा सकता था। सुक्कड़ की मौत पर भी राजनीति की जा सकती थी। हम आपको बता दें कि इससे पहले सहारनपुर से सटे रामनगर गांव में संदिग्ध हालातों में भीम आर्मी के सहारनपुर जिला अध्यक्ष कमल वालिया के भाई की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई थी लेकिन उस घटना को भी जातीय हिंसा से जोड़ने की कोशिश की गई थी। ऐसे में रामपुर मनिहारान क्षेत्र के गांव भाकला में हुई इस घटना को भी कुछ लोग जातीय हिंसा के चश्में से समाज काे दिखाने की काेशिश कर सकते थे।