
एमबीबीएस में दाखिला लेने के लिए छात्र ने भार्इ-बहन के साथ मिलकर किया एेसा खेल, जानकर हैरान रह गर्इ पुलिस
सहारनपुर।एक छात्र ने अपने भार्इ बहनों के साथ मिलकर एमबीबीएस में दाखिला पाने के लिए एेसा खेल कर दिया।जिसके खुलने पर पुलिस भी हैरान रह गर्इ।अब पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर एमबीबीएस के एक छात्र समेत उसके दो भाइयों और परिवार के तीन अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।आरोप यह भी है कि इस कार्य में अन्य 6 लोगों ने भी इसकी मदद की।मदद करने वालो में दो इसके दो सगे भाई भी शामिल हैं। छात्र ने एडमिशन के लालच में अपना पूरा करियर खराब कर लिया है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
गांव के ही एक व्यक्ति की शिकायत पर हुई कार्रवाई
दरअसल आप सोच रहे होंगे कि इस छात्र ने एमबीबीएस में एडमिशन लेने के लिए गलत जाति प्रमाण पत्र लगाया तो इसका पता कैसे चला।दरअसल छात्र के ही गांव के एक व्यक्ति ने यह शिकायत की थी कि छात्र हिंदू जुलाहा जाति का है और उसने कोरी जाति का प्रमाण पत्र बनवा कर अनुसूचित जाति का लाभ लेने का षड्यंत्र रचा। सिर्फ षड्यंत्र ही नहीं रचा अपने षड्यंत्र में वह कामयाब भी हो गया।उसने किसी अन्य जरूरतमंद बच्चे की सीट को कब्जाते हुए।पात्र छात्र का हक छीन लिया और गुजरात के जामनगर स्थित मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की एक सीट पर दाखिला ले लिया।जब पुलिस ने शिकायतकर्ता की नहीं सुनी। तो उसने पूरे सबूतों के साथ न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।न्यायालय को पूरे मामले से अवगत कराते हुए आरोपी छात्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।शिकायतकर्ता की इस शिकायत का संज्ञान लेते हुए न्यायालय ने सहारनपुर पुलिस को आदेशित किया है कि वह पूरे मामले की जांच करें।न्यायालय के आदेशों पर नकुड थाना पुलिस ने आरोपी छात्र समेत उसके परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
यह है पूरा मामला
दरअसल यह मामला थाना नकुड क्षेत्र के गांव सलाहपुर का है।आरोप है कि इसी गांव के रहने वाले जयप्रकाश के बेटे सचिन विपिन और रुचि ने हिंदू जाति होते हुए कोरी जाति से अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवा लिया।तीनों बेटे एडमिशन के लिए ट्राई करने लगे और जयप्रकाश के पुत्र सचिन को इसी प्रमाण पत्र के आधार पर एससी कोटे से एमबीबीएस में प्रवेश मिल गया।सचिन को यह प्रवेश गुजरात के एमपी शाह मेडिकल कॉलेज में मिला। इतना ही नहीं आप यह जानकर और भी हैरान रह जाएंगे कि, सचिन के दोनों भाई रुचिन और विपिन ने भी इसी तरह के फर्जी अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र के आधार पर गंगोह की शोभित यूनिवर्सिटी में बीफार्मा में प्रवेश ले लिया।जब इस घपलेबाजी का पता इसी गांव के रहने वाले शख्स को लगा तो उसने इस पूरे मामले की शिकायत की।शिकायतकर्ता की मानें तो उसने पहले स्थानीय पुलिस से शिकायत की और उसके बाद डीएम व एसपी को भी पूरे मामले से अवगत कराया।लेकिन कोई कार्रवार्इ या जांच नहीं हुई।इसके बाद शिकायतकर्ता ने न्यायालय की चौखट खटखटाई।जिसके बाद न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
Published on:
05 Jul 2018 02:25 pm
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