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Sugar Mill : देश की नंबर वन मिल बनी खतौली शुगर मिल, तोड़ दिए सारे रिकार्ड

Sugar Mill : खतौली शुगर मिल ने कर्नाटक की विख्यात गोदावरी चीनी मिल को भी पेराई में पीछे छोड़ दिया है।

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Sugar mill

खतौली चीनी मिल में खाली होते गन्ने के ट्रक ( प्रतीकात्मक फोटो )

Sugar Mill : सहारनपुर मंडल की खतौली चीनी मिल ने इतिहास रच दिया है। इस वर्ष खतौली चीनी मिल ने पूरे देश की चीनी मिलों में सबसे अधिक गन्ना पेराई की है। 2024-25 में मुजफ्फरनगर की खतौली चीनी मिल ने 250 लाख कुंतल से रिकॉर्ड गन्ना पेराई करके कीर्तिमान स्थापित कर दिया है।

250 लाख कुंतल से अधिक गन्ने की पेराई कर दी

मुजफ्फरनगर की खतौली चीनी मिल इस बार गन्ना पेराई में यूपी और आस-पास के राज्यों में ही नहीं बल्कि पूरे देश में प्रथम आई है। 2024-25 पेराई सत्र में इस चीनी मिल ने 250 लाख कुंतल से भी अधिक गन्ने की पेराई कर दी। यह सिर्फ एक आंकड़ा मात्र नहीं है बल्कि चीनी मिलकर्मियों के अनुसार यह एक कीर्तिमान है। देशभर की चीनी मिलों का पेराई का आंकड़ा पार करके इस बार खतौली चीनी मिल ने नया रिकार्ड खड़ा कर दिया है।

कर्नाटक की गोदावरी चीनी मिल को दूसरा स्थान ( Sugar mill )

गन्ना उपायुक्त ओपी सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि, कर्नाटक की एक प्रतिष्ठित गोदावरी चीनी मिल है जो इस बार दूसरे नंबर है। इस चीनी मिल ने 246 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की है जबकि खतौली चीनी मिल का पेराई का आकड़ा 250 लाख कुंतल से भी अधिक है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के लिए नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक गौरव की है। इस चीनी मिल ने प्रबंध-किसान और कर्मचारियों के बीच समन्वय का एक अच्छा उदाहरण पेश किया है।

देशभर की 472 चीनी मिलों को पछाड़ा

पूरे देश में वर्तमान में 525 चीनी मिल हैं। 2024-25 के पेराई सत्र में इनमें से 472 चीनी मिलों में पेराई हुई। प्रतिदिन 1.6 लाख कुंतल गन्ने की पेराई करने वाली खतौली चीनी मिल इन सभी 472 चीनी मिलों को पछाड़ दिया और नंबर एक पर पहुंच गई। इस साल इस चीनी मिल ने 250.12 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की है। मिल प्रबंधन का कहना है कि खतौली चीनी मिल ने 1933 में स्थापित होने के बाद से अब तक सबसे अधिक गन्ना पेराई की है। प्रबंधन ने कहा है कि, यह सब किसानों और चीनी मिल स्टाफ की मेहनत से ही संभव हो सका है।

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