
देवबंद। उत्तर प्रदेश भारतीय चिकित्सा पद्धति के पूर्व चेयरमैन एवं जामिया तिब्बिया देवबंद के सचिव डा. अनवर सईद ने कहा कि वर्तमान की केंद्र और प्रदेश की सरकार आयुर्वेद तथा चिकित्सा पद्धति को प्रोतसाहन देने के साथ उसके उत्थान में लगी है। उन्होंने कहा कि सरकारनिहित स्वार्थो से ऊपर उठकर ज्ञान-विज्ञान की धारा का सरंक्षण कर रही है।
दरअसल, सोमवार को भारतीय केंद्रीय चिकित्सा परिषद के सदस्य डा. अनवर सईद ने सीएम योगी आदित्यनाथ और आयुष मंत्री डा. धर्म सिंह सैनी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बरेली में स्थापित किए जा रहा राजकीय यूनानी तिब्बिया कॉलेज प्रदेश का पहला यूनानी कॉलेज है। उन्होंने कहा कि मोदी और योगी सरकार सबका साथ सबका विकास विचार धारा के फलस्वरुप ही यूनानी तिब्बि कालेज की स्थापना कर रही है।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा पूर्व में लखनऊ और इलाहबाद में प्राइवेट यूनानी मेडिकल कॉलेज को टेकओवर कर उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज का दर्जा दिया था। जबकि एक अरब 50 लाख 50 हजार रुपये की लागत से बरेली में स्थापित होने वाला पहला कॉलेज होगा जिसे सरकार स्थापित कर भारतीय चिकित्सा पद्धतियों के सर्वांगीण विकास एवं उत्थान के लिए ठोस प्रयत्न कर रही है।
उन्होंने यूनानी केंद्र सरकार ने वरिष्ठ यूनानी विद्धवान चिकित्सकों के सम्मान में डाक टिकट जारी कर चिकित्सा पद्धति में विश्वास जताया है। जिससे अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भी उत्थान होगा और सरकार के सहयोग मिलने से यूनानी पद्धति को जिन कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। उनका निवारण केंद्रीय एवं उत्तर प्रदेश सरकार करती रहेगी।
Updated on:
17 Sept 2019 02:54 pm
Published on:
17 Sept 2019 02:52 pm
बड़ी खबरें
View Allसहारनपुर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
