
भीम आर्मी एकता मिशन
सहारनपुर। लोकसभा चुनाव 2019 के बाद गठबंधन की जो हालत हुई है वह किसी से छिपी नहीं। अब भीम आर्मी के सफर में भी नया माेड़ आ गया है। शुक्रवार को सहारनपुर पहुंचे मैनपुरी जिले के रहने वाले विजय कुमार आजाद ने भीम आर्मी पर अपना दावा कर दिया। उन्होंने कहा कि वह भीम आर्मी के मुख्य ट्रस्टी हैं और चंद्रशेखर की भीम आर्मी केवल माैखिक है।
इतना ही नहीं भीम आर्मी के अपनी होने का दावा करने वाले विजय कुमार आजाद ने खुद को अभी तक भीम आर्मी का संस्थापक बताने वाले चंद्रशेखर पर गंभीर आरोप भी लगाए। कहा कि अभी तक भीम आर्मी गलत हाथों में थी और भीम आर्मी एकता मिशन का गलत उपयोग किया जा रहा था। अब पूरे देश में दोबारा से भीम आर्मी के पदाधिकारियों की घोषणा की जाएगी।
यह बातें विजय कुमार आजाद ने सहारनपुर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सहारनपुर के चंद्रशेखर जो खुद को भीम आर्मी का संस्थापक बताते हैं उन्होंने भीम आर्मी का गठन केवल मौखिक रूप से किया था। अब भीम आर्मी एकता मिशन रजिस्टर्ड हो गई है जिसके वह मुख्य ट्रस्टी हैं। अब भीम आर्मी में अच्छे लोगों को स्थान दिया जाएगा । एक सवाल के जवाब में उन्हाेंने यह भी कहा कि, अगर चंद्रशेखर समेत उनके अन्य साथी संवैधानिक तरीके से काम करना चाहते हैं और भीम आर्मी एकता मिशन काे ज्वाईन करना चाहते हैं ताे कर सकते हैं लेकिन उन्हे उस उद्देश्य के साथ आना हाेगा जाे उद्देश्य भीम आर्मी एकता मिशनका है। यदि वह इस उद्देश्य के साथ आते हैं ताे उन्हें इसके लिए 5 दिन का समय दिया जाएगा और वह दोबारा से भीम आर्मी भारत एकता एकता मिशन को ज्वाइन कर सकते हैं।
राष्ट्रीय महासचिव ने कहा हम करेंगे प्रेस कांफ्रेस
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अब भीम आर्मी एकता मिशन के मालिकाना हक को लेकर भी कन्फ्यूजन हो गए हैं। जब इस बारे में चंद्रशेखर की टीम के सदस्य और भीम आर्मी एकता मिशन के राष्ट्रीय महासचिव कमल वालिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि विनय कुमार आजाद कौन है वह नहीं जानते। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर हैं और वही रहेंगे जल्द ही भीम आर्मी इस मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी।
Published on:
08 Jun 2019 05:07 am
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