18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने छात्र जीवन से शुरू किया था कांग्रेस का सफर, 6 वर्ष के लिए निष्कासित, थाम सकते हैं भाजपा का हाथ

Sambhal News: आचार्य प्रमोद कृष्णम संभल में 19 फरवरी को श्रीकल्कि धाम का शिलान्यास करने जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को भी आमंत्रित किया है।

less than 1 minute read
Google source verification

सम्भल

image

Mohd Danish

Feb 11, 2024

acharya-pramod-krishnam-can-join-hands-with-bjp.jpg

Acharya Pramod Krishnam News: 12 फरवरी को सीएम तैयारियों की समीक्षा करने भी आ रहे हैं। माना जा रहा है कि 19 फरवरी को ही आचार्य भाजपा में शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं। कांग्रेस पार्टी नेताओं को समय-समय पर नसीहत देते आ रहे कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम को आखिरकार कांग्रेस ने 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया।

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने छात्र जीवन से ही कांग्रेस की राजनीति शुरू की थी। विभिन्न पदों पर रहने के अलावा उत्तर प्रदेश में कई बार पार्टी के महासचिव बने। कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के सदस्य रहे। 2018 में पार्टी की तरफ से राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश एवं पंजाब के आम चुनाव में स्टार प्रचारक की जिम्मेदारी मिली। 2014 में संभल संसदीय सीट और 2019 में लखनऊ से पार्टी प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े।

कांग्रेस पार्टी के नेताओं की आलोचना की थी
उनका साफ कहना था कि पार्टी में कुछ नेता वामपंथी विचारधारा के हैं, जो कांग्रेस को बर्बाद कर रहे हैं। अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण पत्र ठुकराने को भी पार्टी नेताओं की आलोचना की थी। उनका कहना था कि गांधी परिवार को रामलला के दर्शन करने जाना चाहिए। भगवान सबके हैं। मंदिर के निर्माण का श्रेय भी उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया था।

यह भी पढ़ें:स्पेशल बनाना चाहते हैं वैलेंटाइन-डे? आपके बहुत काम आएंगे ये आइडियाज

आचार्य ने साफ कहा, मोदी जी की वजह से मंदिर का निर्माण संभव हुआ है। आचार्य ने तीन दिन पहले राहुल गांधी के मिलने का समय नहीं देने की बात भी कही थी। बोले-प्रधानमंत्री से तीन-चार दिन में मिलने का समय मिल गया। लेकिन, राहुल गांधी से महीनों बाद भी मिलना संभव नहीं हो पाया।