
हिजाब विवाद पर सियासी भूचाल | Image Source - 'FB' @ziaurrahmanbarq
Nitish Kumar Hijab Controversy: बिहार में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान नियुक्ति पत्र वितरण समारोह उस वक्त विवादों में आ गया, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक मुस्लिम युवती का हिजाब जबरन हटाने का आरोप लगा। इस घटना का वीडियो और तस्वीरें सामने आने के बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
संभल से सांसद जियार्रहमान बर्क ने इस घटना को “बेहद शर्मनाक और घटिया” करार देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा सार्वजनिक मंच से किसी महिला की धार्मिक पहचान से इस तरह का व्यवहार स्वीकार्य नहीं किया जा सकता।
सांसद बर्क ने अपने फेसबुक अकाउंट पर तीखी टिप्पणी करते हुए लिखा कि संविधान की शपथ लेने वाला मुख्यमंत्री यदि सार्वजनिक मंच पर किसी महिला की इज्ज़त और धार्मिक पहचान के साथ खिलवाड़ करता है, तो यह केवल असभ्यता नहीं बल्कि एक नैतिक अपराध है। उन्होंने कहा कि यह घटना लोकतांत्रिक मूल्यों पर गहरी चोट है।
बर्क ने अपनी पोस्ट में यह भी जिक्र किया कि हालात इतने असहज हो गए थे कि सुरक्षाकर्मी को उस लड़की को पीछे खींचना पड़ा, ताकि मुख्यमंत्री की हरकत का तमाशा और न बढ़े। सांसद ने इसे सत्ता की संवेदनहीनता का उदाहरण बताया।
सांसद जियार्रहमान बर्क ने साफ शब्दों में कहा कि नीतीश कुमार को बिना किसी शर्त के सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह मामला केवल एक लड़की के अपमान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिला सम्मान, धार्मिक स्वतंत्रता और संवैधानिक मर्यादा पर सीधा हमला है।
सबसे चौंकाने वाली बात बताते हुए सांसद ने कहा कि इतनी गंभीर घटना के बावजूद टीवी चैनलों पर सन्नाटा क्यों है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर इस मुद्दे पर प्राइम टाइम डिबेट क्यों नहीं हो रही और बड़े मीडिया हाउस इस मामले पर चुप क्यों हैं।
बर्क ने मीडिया और सत्ता व्यवस्था पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर यही काम किसी और राजनीतिक दल या नेता ने किया होता, तो अब तक स्टूडियो ट्रायल शुरू हो चुका होता। उन्होंने कहा कि यह चुप्पी अपने आप में कई गंभीर सवाल खड़े करती है।
Published on:
18 Dec 2025 09:52 am
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