
शरद त्रिपाठी
संत कबीर नगर . यूपी के संत कबीर नगर के भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी ने जिला योजना समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन के सामने ही मेंहदावल के भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल को जूते से पीट दिया। विधायक ने भी जवाब मे उन्हें कई थप्पड़ जड़़े, लेकिन तब तक पुलिस व प्रशासन के आलाधिकारियों ने बीच-बचाव कर दोनों को हटा दिया। इस घटना के बाद विधायक राकेश के हजारों समर्थकों ने जिलाधिकारी कार्यालय को घेर लिया। माहौल खराब होने की आशंका से कई थानों की पुलिस मौके पर बुला ली गयी। सांसद जिलाधिकारी कार्यालय में ही अंदर बंद रहे, जबकि बाहर विधायक राकेश सिंह अपने हजारों समर्थकों के साथ डटे उनका इंतजार करते रहे। राकेश समर्थक लगातार सांसद को बाहर निकालने की मांग कर हंगामा करते रहे। जमकर गालियां बकी जाती रहीं। समर्थक चाहते थे कि जैसे उनके विधायक को जूते से मारा गया है उसी तरह सांसद को भी जूते से पीटें। प्रशासन ने काफी समझाने की कोशिश की पर समर्थक मानने को तैयार नहीं हुए। आखिरकार दो घंटे बाद पुलिस ने लाठी चार्ज की और कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें घर पहुंचावाया। अपने समर्थकों पर लाठी चार्ज होने के बाद विधायक धरने पर बैठ गए। विधायक को जूतों से पीटने के बाद सांसद जब मीडिया के सामने आए तो बार-बार यही दोहराते रहे कि ये मेरा आचरण नहीं था। उधर विधायक ने भी मीडिया के सामने अपना दर्द बयां किया।
लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पहले संत कबीर नगर जिले की आखिरी जिला योजना बैठक का आयोजन बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। जिले के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन के साथ भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी और मेंहदावल बीजेपी विधायक राकेश सिंह बघेल भी मौजूद थे।
एक दिन पहले नंदौर-बांसी सड़क का शुभारंभ हुआ था, लेकिन उसके शिलापट्ट पर सांसद का नाम नहीं था। इसी को लेकर बैठक में सांसद जी ने पीडब्ल्यूडी के अफसर से सवाल किया तो विधायक जी ने बीच में हस्तक्षेप कर उनसे बात करने को कहा। जिस पर सांसद ने कह दिया कि आप कौन हैं। बात आगे बढ़ी तो विधायक ने कुछ कहा, जिसके बाद सांसद ने कह दिया कि तुम्हारे जैसे कितने विधायक हमने... कर दिये। इस बात पर विधायक उखड़ गए, कहा अभी जूता निकालेंगेगेगेगे... उनका गे शब्द खत्म भी नहीं हुआ था कि सांसद ने जूता निकालकर दे दनादन एक के बाद एक आठ जूते सिर पर जड़ दिये। विधायक संभले तो बदला लेन के लिये उनकी ओर बढ़े। जूता नहीं उतार पाए तो सांसद पर हाथों से ही जवाबी हमला कर दिया। दो थप्पड़ ही जड़ पाए तब तक पुलिस अधिकारी ने बीच-बचाव कर दोनों को हटा दिया। विधायक जी पिट चुके थे। मीटिंग हंगामे में बदल गयी।
बाहर खड़े दोनों जनप्रतिनिधियों के समर्थकों को पता चलते ही सभागार का हंगामा सड़क पर आ गया। सांसद जिलाधिकारी कार्यालय में चले गए और विधायक बाहर निकलकर अपने समर्थकों के बीच आ गए। मामला छोटा नहीं था सो अधिकारियों ने तत्काल कई थानों की फोर्स और पीएसी मंगा ली। पर उनसे पहले राकेश सिंह समर्थकों का जमावड़ा शुरू हो गया। मौके पर हजारों राकेश समर्थक जमा हो गए और सांसद को बाहर निकालने की मांग करने लगे। भरी हुई बंदूक की तरह समर्थकों के साथ बाहर खड़े विधायक और अंदर जिलाधिकारी कार्यालय में बंद सांसद। प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। दो घंटे तक मान-मनव्वल हुआ, लेकिन राकेश समर्थक मानने को तैयार नहीं थे। कई बार अंदर भी घुसने की कोशिश की। आखिरकार पुलिस ने राकेश समर्थकों पर लाठीचार्ज कर दी, जिसके बाद वहां भगदड़ और अफरा-तफरी का माहौल हो गया। लोग इधर-उधर भागने लगे। इसका फायदा उठाकर पुलिस ने सांसद को बाहर निकाला और कड़ी सुरक्षा में घर भेज दिया।
इस घटना के बाद विधायक राकेश सिंह और ज्यादा गुस्से में आ गए। पहले खुद की पिटायी और उसके बाद समर्थकों पर लाठीचार्ज, इससे उनकी नाराजगी और बढ़ी, जिसके बाद वह कलेक्ट्रेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए। हालांकि इस मामले में दोनों पक्ष की ओर से पुलिस को शिकायत नहीं की गयी है।
Updated on:
07 Mar 2019 10:53 am
Published on:
06 Mar 2019 11:19 pm
बड़ी खबरें
View Allसंत कबीर नगर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
