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कार-बंगला और करोड़ों का व्यवसाय, फिर भी संपत्तिकर देने में आनाकानी

रसूखदारों पर 15 करोड़ रुपए संपत्तिकर बकाया

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15 crore rupees arrears due to influencers

15 crore rupees arrears due to influencers

सतना. शहर का विकास महानगरों की तर्ज पर हो यह सभी चाहते हैं पर संपत्तिकर कोई भी जमा नहीं करना चाहता। शहर के एेसे व्यापारी जिनके पास कार, बंगला, गाड़ी सबकुछ है और शहर में व्यवसाय कर हर माह लाखों रुपए कमा रहे हैं वह भी संपत्तिकर देने में आनाकानी कर रहे हैं। इसका खुलासा नगर निगम द्वारा तैयार कराई जा रही संपत्तिकर के बड़े बकायादारों की सूची से हुआ है। संपत्तिकर शाखा द्वारा तैयार की जा रही बकाया सूची में सर्वाधिक संख्या शहर के रसूखदारों एवं व्यवसायियों की है। हालांकि अभी किसी का नाम उजागर नहीं किया गया है। जिम्मेदारों ने यह जरूर बताया कि वर्तमान में शहर के संपत्ति करदाताओं पर 24.24 करोड़ रुपए टैक्स बकाया है। इसमें लगभग 15 करोड़ एेसे करदाताओं पर बकाया है जो कई करोड़़ की संपत्ति के मालिक हैं।

9 माह में 38 फीसदी वसूली
बीते तीन साल से निगम प्रशासन बकाया राजस्व वसूली को लेकर संजीदा हुआ है। निगमायुक्त हर माह 100 फीसदी टैक्स वसूली का लक्ष्य भी कर्मचारियों को देते हैं। कुछ रसूखदारों के प्रतिष्ठान एवं दुकानों में तालाबंदी की कार्रवाई भी की गई। इसके बावजूद राजस्व वसूली में इजाफा नहीं हो रहा। इसका अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि चालू वित्तीय वर्ष के 9 माह बीत चुके हंै लेकिन पूरी ताकत झोंकने के बाद भी निगम मात्र 38 फीसदी टैक्स ही बकायादारों से वसूल पाया है।

पुराने टैक्स में फंसी वर्तमान वर्ष की रिकवरी

निगम की राजस्व प्रभारी नीलम तिवारी का कहना है कि एेसे बकायादार जिन पर कई वर्षों का संपत्तिकर बकाया है उनसे चालू वित्तीय वर्ष का संपत्तिकर जमा नहीं कराया जा सकता। यदि बड़े बकायादारों से पुराने राजस्व की रिकवरी कर ली जाए तो चालू वर्ष में रिकवरी का आंकड़ा ८० फीसदी तक जा सकता है।

तीन माह में 100 फीसदी वसूली का लक्ष्य
संपत्तिकर की वसूली न होने के कारण निगम का खजाना खाली है। एेसे में विकास कार्यों के लिए निगम सरकार के अनुदान पर आश्रित है। निगम की आय बढ़ाने के लिए निगमायुक्त अमनवीर सिंह ने साल की अंतिम तिमाही में राजस्व अधिकारियों को बकाया संपत्तिकर का 100 फीसदी वसूली का लक्ष्य रखा है। इसके लिए शहर के एेसे संपत्तिकरदाता जिन पर एक लाख रुपए से अधिक का बकाया है उनकी सूची तैयार की जा रही है।


एक नजर इधर भी

वित्तीय वर्ष 2019-20
राजस्व वसूली का लक्ष्य 38.74 करोड़

31 दिसंबर तक जमा 14.50
चालू वर्ष का कर 17.00

31 दिसंबर तक जमा 4.30
पूर्व का बकाया कर 21.74

31 दिसंबर तक जमा 10.20