वे बताते हैं कि 15 अक्टूबर को इलाज कराने सिंधी कैंप स्थित शहरी स्वास्थ्य केंद्र इलाज कराने पहुंचे थे। स्लाइड टेस्ट करने पर मलेरिया होने की पुष्टि हुई। जिसके बाद मौके पर मौजूद स्वास्थ कर्मचारी ने कहा, तीन इंजेक्शन लगाने होंगे। उसने एक इजेक्शन तत्काल लगा दिया और दो इंजेक्शन मरीज को दे दिया कि एक-एक दिन के अंतराल में लगवा लेना। 16 अक्टूबर को भी सुरेंद्र ने एक इंजेक्शन लगवा लिया। लेकिन, इसी दौरान शनिवार को उनकी नजर इंजेक्शन के एक्सपॉयरी डेट पर पड़ी तो हैरान रह गए। जुलाई माह में ही एक्सपॉयरी डेट निकल चुकी थी। वे इसके बाद सिंधी कैंप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और कर्मचारी से शिकायत की, तो उसका कहना था कि कुछ नहीं होता। उन्होने विरोध जताया, तो अन्य कर्मचारियों ने कहा, जहां शिकायत करनी है कर दो। अभी यहां से जाओ। इस दौरान सुरेंद्र से अभ्रदता भी की गई।