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मध्यप्रदेश में कभी यहां था ऐतिहासिक चंदन बाग, तस्करों तक पहुंची सुगंध तो धरती होने लगी खुशबू विहीन

ऐतिहासिक चंदन बाग का अस्तित्व खतरे में पड़ा, पूर्व में भी कट चुके हैं सैकड़ों पेड़

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Chandan Smuggling Racket in Rewa Madhya Pradesh Chandan tree farming

Chandan Smuggling Racket in Rewa Madhya Pradesh Chandan tree farming

रीवा। किसी जमाने में चंदन के पेड़ों से हरी-भरी रहने वाली रीवा की धरती में पिछले कुछ सालों के दौरान यूपी के कन्नौज के तस्करों की ऐसी नजर पड़ी कि जिले में मौजूद बेशकीमती चंदन के पेड़ कट गए। एक बार फिर इस गिरोह ने रीवा जिले में अपनी दस्तक दी है। 20 दिनों के अंतराल में जिले से सात चंदन के पेड़ चोरी हुए हैं। शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में स्थित जयंती कुंज में लगे तीन चंदन के पेड़ चोरों ने काटे थे। वहीं इसके बाद मनगवां थाने के जरहा गांव से बदमाश तीन पेड़ काट ले गए।

3 दिन पूर्व नईगढ़ी थाने के बड़ी चमडिया गांव से एक पेड़ काटा गया है। तस्करों का अभी तक पुलिस पता नहीं लगा पाई है। कन्नौज में बदमाश चंदन के पेड़ों को मुंह मांगे दामों में बेंचते हैं जहां इनका इत्र बनाने में इस्तेमाल होता है। गढ़ थाना क्षेत्र में ऐतिहासिक चंदन बाग भी स्थित है जहां से सैकड़ों की संख्या में पेड़ काटे जा चुके हैं और अब यहां एक भी पुराने पेड़ मौजूद नहीं है।

पूर्व में जिले के दर्जनभर थाना क्षेत्रों से पेड़ काटे गए थे। हैरानी की बात तो यह कि इन घटनाओं को रोकने के लिए न तो पुलिस गंभीर नजर आ रही है और न ही वन विभाग द्वारा ही यथा उचित कदम उठाए जा रहे हैं। मौजूदा समय में नाम मात्र के पेड़ बचे हुए हैं। जिनकी सुरक्षा भी अब नहीं हो पा रही है जिस तरह से तस्कर चंदन के पेड़ों को काट रहे हैं उससे जल्द ही रीवा की धरती चंदन से विहीन हो जाएगी।