मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस लाइन में तैनात आरक्षक शिवम चौरसिया और अरूण कुमार तिवारी की ड्यूटी जिला अस्पताल के कैदी वार्ड में लगी हुई थी। जहां अरुण कुमार तिवारी रात्रि करीब 10 बजे कैदी वार्ड के अंदर सो रहा था। जबकि दूसरा साथी आरक्षक शिवम चौरसिया वार्ड के बाहर या फिर कहीं और टहल रहा था। इसी दौरान शिवम सोनी निवासी पुष्पराज कॉलोनी अपने एक साथी के साथ अस्पताल परिसर में ही था। किसी बात को लेकर आरक्षक और शिवम सोनी की बातचीत हो गई और मारपीट तक बात पहुंच गई।
अस्पताल के गलियारों में चल रही चर्चा के मुताबिक आरक्षक शिवम सोनी बिना वर्दी के अस्पताल में ड्यूटी कर रहा था। ऊपर से शराब के नशे में था। इसलिए शिवम सोनी और उसका एक साथी आरक्षक के साथ मारपीट कर चलते बने। फिर भी आरक्षक की एक न चली बाद में मजबूरन कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। सूचना के बाद आरक्षक कमलाकर सिंह और प्रवीण तिवारी मौके पर पहुंचे। जो आरोपी के बारे में पहले से वाकिब थे। इस कारण फोन लगाकर बुलाने का प्रयास किया। लेकिन आरोपी नहीं पहुंचा तो शिकायत दर्ज कराई गई।
मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो जहां पर यह घटना हुई है ठीक उसके सामने सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। अगर बारीकी से जांच की जाए तो पूरी घटना के पहलू सामने आ सकते है। सोशल मीडिया में कई लोग आरक्षक का मेडिकल कराने की बात कर रहे है। इधर, उसके साथ ड्यूटी कर रहे दूसरे साथी को पूरे घटना की कोई जानकारी ही नहीं है।