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हे भगवान! बाजार में बिक गया दीनदयाल रसोई का राशन, अब भला गरीब कैसे करेंगे भोजन

निरीक्षण में पकड़ा घोटाला: घनश्याम सेवा समिति का कारनामा, होगी एफआइआर

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deen dayal rasoi yojana in satna madhya pradesh

deen dayal rasoi yojana in satna madhya pradesh

सतना। हमेशा विवादों में रही घनश्याम सेवा समिति का एक बड़ा घोटाला सामने आया है। गरीबों को 5 रुपए में भोजन देने के लिए शासन द्वारा खोली गई दीनदयाल रसोई को सार्वजनिक वितरण प्रणाली से मिलने वाला सरकारी राशन इसके संचालक ने रातोंरात बेच लिया। इसकी सूचना मिलने पर निगमायुक्त प्रवीण सिंह अढ़ायच ने तत्काल उपायुक्त महेश कुमार कोरी को जांच में भेजा।

इस पर स्टाक से 74 बोरा गेहूं और 50 बोरा चावल गायब मिला। जबकि यह खाद्यान्न समिति को एक दिन पहले ही सप्लाई किया गया था। खाद्यान्न बांसनाका में रहने वाले किसी जायसवाल को बेचा जाना बताया गया है। निगमायुक्त ने मामले को अमानत में खयानत बताया है और एफआइआर के निर्देश दिए हैं।

ये है मामला
जानकारी के अनुसार, गरीबों को पांच रुपए में भरपेट भोजन उपलब्ध कराने विश्वासराव सब्जी मंडी के सामने दीनदयाल अंत्योदय रसोई का संचालन किया जाता है। नगर निगम के मार्फत चलने वाली इस रसोई योजना के संचालन की जिम्मेदारी घनश्याम सेवा समिति को दी गई है। इसके संचालक लालचंद जैन है। समिति द्वारा सतना नगर के विद्यालयों और आंगनबाडिय़ों में मिड-डे मील की सप्लाई भी सेंट्रल किचन के माध्यम से की जाती है। दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली से इसे हर महीने 50 क्विंटल (100 बोरा) गेहूं और 33 क्विंटल (66 बोरा) चावल सप्लाई किया जाता है। इस खाद्यान्न की सप्लाई वार्ड 41 की शासकीय उचित मूल्य दुकान से होती है।

अवैध कारोबार छिपाने बोला झूठ
जब उपायुक्त महेश कोरी ने इस बावत मैनेजर आशीष मिश्रा से जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि शेष खाद्यान्न गोदाम में रखा है। हालांकि उन्होंने यह बात सफेद झूठ बोली क्योंकि गोदाम तो रसोई में ही अलग से बना है। फिर भी उन्होंने कहा कि चलो गोदाम चेक कराओ। जब बताई जगह पर गए तो वहां एक भी खाद्यान्न नहीं मिला। इस पर उपायुक्त ने स्टाक वेरीफिकेशन का प्रतिवेदन तैयार किया और स्टाक रजिस्टर को जब्त कर लिया।

उतारने के साथ ही बेच दिया
जिला आपूर्ति अधिकारी केके सिंह ने बताया, दीनदयाल अंत्योदय रसोई के लिए खाद्यान्न का आवंटन उचित मूल्य दुकान को 9 अक्टूबर के पहले कर दिया गया था। इधर उचित मूल्य दुकान के संचालक ने बताया कि उन्होंने 10 अक्टूबर को दीनदयाल अंत्योदय रसोई को 100 बोरा गेहूं और 66 बोरा चावल दे दिया था। साथ ही इसकी रिसीविंग पर्ची भी दिखाई। उधर 11 अक्टूबर की सुबह शिकायत पर निगमायुक्त ने अपने अधिकारियों को जांच के लिए भेजा। उपायुक्त कोरी ने जब दीनदयाल रसोई पहुंचकर इसका स्टाक वैरीफिकेशन किया तो पाया कि यहां महज 26 बोरा गेहूं और 16 बोरा चावल मौजूद है। इस प्रकार एक रात में 74 बोरा गेहूं और 50 बोरा चावल गायब होना पाया।

कृष्णा कॉलोनी में बिका खाद्यान्न
इस अवैध कारोबार के संबंध में बताया गया कि घनश्याम सेवा समिति संचालक की ओर से रसोई का यह खाद्यान्न बांस नाका स्थित कृष्णा कालोनी निवासी योगेश के यहां उतारा गया है। इसके पहले इसके भाई के यहां उतारा जाता था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सरकारी खाद्यान्न की कालाबाजारी का यह खेल कई महीनों से चल रहा था। पहले इस संबंध में फूड विभाग को सूचना दी गई थी पर उनके द्वारा खानापूर्ति कर मामला रफा दफा कर दिया गया था।

होगी एफआइआर
निगमायुक्त प्रवीण सिंह अढ़ायच ने कहा कि रसोई का खाद्यान्न बेचा जाना प्रमाणित पाया गया है। यह काफी गंभीर मामला है। इसमें संबंधित संचालक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही इसका संचालन वापस लेने की प्रक्रिया भी प्रारंभ की जाएगी।