इस दौरान बाइक में सवार पांच लोग ट्रक के नीचे दब गए। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने ट्रक को उठाकर नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला। पुलिस वाहन से तत्काल संजय गांधी अस्पताल लाया गया। जहां युवक समेत उसके तीन बच्चों की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल एक बच्ची अभी भी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है।
हादसे से गुस्साए स्थानीय लोगों ने सड़क में जाम लगा दिया। लोग आरटीओ अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई व पीडि़त परिवार के लिए मुआवजे की मांग कर रहे थे। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने मृतकों को २५-२५ हजार की आर्थिक सहायता व मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान के लिए प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक आरटीओ का उडऩदस्ता प्रतिदिन वाहनों को रोककर अवैध वसूली करता है। जिसकी बजह से आए दिन हादसे हो रहे है। दो माह पूर्व स्थानीय निवासी काशी प्रसाद भी सड़क दुर्घटना का शिकार हो चुका है। आरटीओ के खिलाफ भी अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए।
ट्रक पर फूटा आक्रोश
हादसे के बाद परिजनों का गुस्सा ट्रक पर फूट पड़ा। डंडा लेकर स्थानीय लोगों ने ट्रक में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी और सीसे छतिग्रस्त कर दिए। मौके पर मौजूद पुलिस ने भीड़ को ट्रक से दूर किया। गुस्साएं लोग ट्रक में आग लगाने की तैयारी कर रहे थे।
ये हुए हादसे का शिकार
शानिवार की दोपहर अजगरहा बाइपास पर हुए हादसे में जीतेंद्र सिंह पटेल २६ वर्ष, तारा सिंह १३ वर्ष, संगीता ८ वर्ष, अवध सिंह १० वर्ष, बेबी सिंह बाइक में सवार होकर स्कूल से घर जा रहा था। जिसमें चार लोगों की मौत हो गई वहीं एक मासूम गंभीर बताई जा रही है।