मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के चित्रकूट की तीन बहनों ने एक ही युवक से शादी कर खुशी-खुशी जीवन न केवल व्यतीत कर रही है। बल्कि सुहाग का त्योहार करवा चौथ भी एक साथ ही मनाती है। हालांकि दुनिया में इस तरह एक साथ 3 पत्नियां वो भी बिना किसी लड़ाई-झगड़ के साथ में रहना मुमकिन नहीं है। इस तरह तीन बहनों का एक साथ दंपति जीवन व्यतीत करना दुनिया में अजीबो गरीब केस कहा जा सकता है।
श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या और तपोभूमि चित्रकूट का कितना गहरा नाता है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अयोध्या के राजा दशरथ को आदर्श मानकर चित्रकूट की तीन सगी बहनों ने एक ही युवक से न केवल शादी की बल्कि सुहाग के पर्व करवा चौथ को भी कई वर्षों से मिलजुलकर मनाती आ रही है। पश्चिम सभ्यता के बढ़ते चलन के चलते जहां भारत में सयुक्त परिवारों की प्राचीन परंपरा का अस्तित्व खत्म होने की कगार पर है। वहीं तीनों बहनों ने 12 साल से ज्यादा शादी चलाकर समाज को नया संदेश दिया है।
रहवासियों ने बताया कि तीनों का विवाह 12 साल पहले उस वक्त चर्चा में आया था जब तीनों ने कृष्णा के साथ शादी की थी। शादी के बाद नाते-रिश्तेदार ताने तक देने लगे। चौतरफा कृष्णा के परिवार को लोग बुरी नजर से देखने लगे। तब यह कहा गया कि यह विवाह ज्यादा दिन तक नहीं चल सकता लेकिन तीनों बहनों ने परिवार और समाज की कही बातों को झूठला दिया। तीनों ने कृष्णा के साथ शादी कर न सिर्फ उनके साथ पूरे समर्पण के साथ जीवन बिता रही है बल्कि उसे भगवान की तरह पूजती भी है।
12 साल के वैवाहिक जीवन में अब तक तीनों बहनों के दो-दो बच्चे है। चित्रकूट में एक पति और इसकी तीन पत्नियों वाला यह परिवार कुछ न होने के बाद भी खुद को सतयुग और त्रेतायुग के राजा महाराजाओं जैसा मानता है। पूरा परिवार कांशीराम कालोनी लोढवारा में खुशी-खुशी रह रहा है।
चित्रकूट में रहने वाली तीनों सगी बहनें अपने पति को सामान्य व्यक्ति नहीं बल्कि दिव्य पुरुष मानती है। इन बहनों का कहना है कि महाकाली से मिली शक्ति के दम पर दुनिया को यह दिखा देना चाहती है कि आज भी अगर स्त्रियां आपनी इच्छाओं का काबू रखना सीख लें तो किसी सामान्य पुरुष को भी दशरथ जैसा महाराजा बनाया जा सकता है।
चित्रकूट के इस अनूठे परिवार के घर की कहानी वास्तव में अनूठी ही नहीं बल्कि लोगों में अच्छा संदेश भी देती है कि परिवार को सिर्फ प्रेम और आपसी सामांजस्य से चलाया जा सकता है। जहां एक महिला अपने प्यार को बांटने में गुरेज करती है वहीं इन तीनों बहनों ने एक पति को ही अपना जीवन साथी चुना, ये अपने आप में आश्चर्य है।
कॉमेडी किंग कपिल शर्मा की फिल्म ‘किस-किसको प्यार करूं’ की तरह ही चित्रकूट की तीनों बहनों की एक जैसी कहानी है। जो करवा चौथ के दिन तीनों बहनें अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं और रात में चन्द्रमा निकलने पर सोलह श्रृंगार कर एक साथ पूजा कर भगवान से हर जन्म में चारों को एक साथ फिर से जीवन साथी बनान की कामना करती हैं।
बताया गया कि सोशल मीडिया में ये फोटो कई वर्षों से वायरल हो रही है। जब भी करवा चौथ का व्रत आता है सोशल मीडियो में चित्रकूट की कहानी चर्चा का विषय रहती है। कहते है कि वर्षों पहले किसी मीडिया कर्मी को ये फोटो किसी परिवार के सदस्य ने उपलब्ध कराई थी। तब से यही फोटो घूम फिर कर आ रही है।