
maihar sharda prabandh samiti
सतना। मैहर की मां शारदा मंदिर प्रबंध समिति ने बंधा बैरियर के पास 100 दुकानों का एक मार्केट तैयार किया था। इसकी दुकानें प्रीमियम सहित मासिक किराए पर लोगों को दी गई थीं। लोकेशन के हिसाब से 1500 और 2000 रुपए किराए पर दी गई दुकानों में समिति के राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा सामने आया है। एसडीएम एवं समिति के प्रशासक एचके धुर्वे ने जब इस मार्केट की वसूली का हिसाब जांचा तो पाया कि यहां कई दुकानदार ऐसे हैं। जिन्होंने अपना प्रीमियम तो जमा किया ही नहीं बल्कि 2014 से किराया भी नहीं दिया है।
यह कार्रवाई तत्काल प्रभाव से प्रारंभ
इनका प्रारंभिक आकलन किया गया तो समिति की दो करोड़ रुपए के लगभग की भारी भरकम बकाया राशि सामने आई। इसे देखते हुए एसडीएम ने सोमवार की सुबह इन दुकानों की राशि वसूली होने तक तालाबंदी के आदेश दिए और यह कार्रवाई तत्काल प्रभाव से प्रारंभ करने कहा। कार्रवाई के बाद हड़कम्प की स्थिति बन गई। शाम तक 15 के लगभग दुकानों में तालाबंदी कर दी गई थी। इसके साथ ही काफी संख्या में लोग विरोध में भी खड़े हो गए हैं। इससे प्रशासन को तालाबंदी में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
समिति के अधिकारियों का खेल
जब तालाबंदी की प्रक्रिया प्रारंभ की गई तो कई नए खुलासे भी हुए। पाया गया कि यहां समिति के तत्कालीन राजस्व अधिकारी राजेश बढ़ोलिया ( जिसके जिम्मे प्रीमियम और किराया वसूली का जिम्मा था) ने अपना काम गंभीरता से किया ही नहीं। इनके द्वारा इन दुकान संचालकों की मिलीभगत से आधी अधूरी राशि जमा की गई और दुकानों का संचालन जारी रखा गया। इस जानकारी से समिति के प्रशासक और एसडीएम को अनभिज्ञ रखा गया। इस खेल में इसके प्रभारी अधिकारी और इंजीनियर एसबी सिंह की भी भूमिका भी सवालों में बताई जा रही है।
ये हैं बड़े बकायादार
श्रीकांत पांडे 376000 प्रीमियम जनवरी 12 से दिसंबर 18 तक 164000 किराया बाकी, सुशीला शुक्ला 196000 प्रीमियम बाकी मई 15 से दिसंबर 18 तक 89 हजार किराया बाकी, शतरूपा पांडे अप्रैल 15 से दिसंबर 18 तक 90000 किराया बाकी, शशांक तिवारी 331000 प्रीमियम बाकी दिसंबर 15 से 18 तक 98000 किराया बाकी, राजकुमारी सेन दो लाख 86 हजार प्रीमियम बाकी जुलाई 16 से दिसंबर 18 तक 7000 किराया बाकी, कमलेश अग्रवाल 125000 प्रीमियम बाती अप्रैल 14 से दिसंबर 18 तक 114000 किराया बाकी, गंगा देवी 226000 प्रीमियम बाकी जुलाई 16 से दिसंबर 18 तक 60,000 किराया बाकी, अरुण कुमार सोनी 251000 प्रीमियम अप्रैल 13 से दिसंबर 18 तक 138000 किराया बाकी, वीरेंद्र गुप्ता 300000 1000 प्रीमियम बाकी अक्टूबर 13 से दिसंबर 18 तक 150000 किराया बाकी, राजकुमार अग्रवाल 101000 प्रीमियम अक्टूबर 13 से दिसंबर 18 तक 150000 किराया बाकी, मनीष अग्रवाल 101000 अक्टूबर 13 से दिसंबर 18 तक 150000 किराया बाकी, रमेश सांवरिया 300000 1000 प्रीमियम बाकी सितंबर 11 से 18 तक 176000 किराया बाकी, बबलू साहू 176000 प्रीमियम बाकी, रामजी अग्रवाल 111000 प्रीमियम फरवरी 14 से दिसंबर 18 तक 116000 बाकी किराया, सरस्वती ताम्रकार 481000 प्रीमियम सितंबर 15 से दिसंबर 18 तक 84000 किराया बाकी, राम किशोर सोनी 451000 प्रीमियम दिसंबर 14 से दिसंबर 18 तक 98000 किराया बाकी, श्याम लाल रैकवार 251000 जनवरी 14 से दिसंबर 18 तक 118000 किराया बाकी, पंकज बरोलिया 291000 प्रीमियम अप्रैल 18 से दिसंबर 18 तक 18000 किराया बाकी, मुन्नीबाई सिंह 181000 प्रीमियम नवंबर 17 से दिसंबर 18 तक 28000 किराया बाकी, बद्री प्रसाद गुप्ता 226003 प्रीमियम अप्रैल 17 से दिसंबर 18 तक 42000 किराया बाकी, नारायण केसरवानी 130000 प्रीमियम जून 14 से दिसंबर 18 तक 110000 किराया बाकी, प्रदीप सिंह लोधी 100000 प्रीमियम अगस्त 13 से दिसंबर 18 तक 130000 किराया बाकी, बाबूलाल शर्मा 246000 प्रीमियम बाकी अक्टूबर 13 से दिसंबर 18 तक 126000 किराया बाकी, लाखन लाल कोरी 300000 1000 प्रीमियम बाकी दिसंबर 13 से 18 तक 122000 किराया बाकी, हीरालाल केसरवानी 271000 ईयर की अप्रैल 14 से दिसंबर 18 तक 114000 किराया बाकी, राजेंद्र तोमर 301000 प्रीमियम दिसंबर 14 से दिसंबर 18 तक 98000 किराया बाकी, गीता गुप्ता 226000 प्रीमियम जून 17 से दिसंबर 18 तक 38000 किराया बाकी, दीपक चौरसिया 141000 प्रीमियम जनवरी 14 से दिसंबर 18 तक 120000 किराया बाकी, फूलमती पटेल 276000 प्रीमियम जनवरी 14 से दिसंबर 18 तक 120000 किराया बाकी, ओम प्रकाश शर्मा 28000 प्रीमियम जनवरी 16 से दिसंबर 18 तक 7000 किराया बाकी, विमलेश पटेल 158500 प्रीमियम अप्रैल 16 से दिसंबर 18 तक 66000 किराया बाकी, मोहम्मद अशफाक 183500 प्रीमियम दिसंबर 18 से 4000 किराया बाकी, आदित्य नारायण सोनी 232000 प्रीमियम अक्टूबर 18 से 6000 किराया बाकी, भगत सिंह 300000 प्रीमियम जनवरी 15 से दिसंबर 18 तक 96000 किराया बाकी, राजेंद्र पांडे 1100000 10080 प्रीमियम जुलाई 18 से दिसंबर 18 तक 12000 किराया बाकी, राजेंद्र पांडे 893000 प्रीमियम नवंबर 14 से दिसंबर 18 तक 100000 किराया बाकी, वेद प्रकाश शर्मा 500000 प्रीमियम नवंबर 14 से दिसंबर 18 तक 100000 किराया बाकी, कमलेश चौरसिया 345000 प्रीमियम बाकी, धीरेंद्र गौतम अप्रैल 14 से दिसंबर 18 तक 86880 किराया बाकी, विजय अवधिया नवंबर 14 से दिसंबर 18 तक 70920 किराया बाकी, राजेंद्र तिवारी नवंबर 14 से दिसंबर 18 तक 70920 किराया बाकी।
दुकानों में बना लिए आवास
तालाबंदी के दौरान यह भी सामने आया कि यहां कई लोगों ने दुकान में ही अपना आवास भी बना लिया है। इसकी जानकारी समिति के कर्मचारियों को होने के बाद भी उन्होंने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। नतीजा यह है कि तालाबंदी के दौरान दुकानों में निवास बनाकर रहने वाले लोग विरोध में खड़े हो गए हैं कि वे ऐसे में जाएंगे कहां। हालांकि शाम तक इस संबंध में कोई स्पष्ट स्थिति नहीं बन पाई थी। चर्चा है कि ऐसे लोगों को अगले दिन तक की मोहलत दी जा सकती है।
खाली दुकानों से अवैध वसूली
कार्रवाई करने पहुंची टीम तब आवाक रह गई, जब उन्होंने पाया कि जो दुकानें समिति द्वारा किराए पर नहीं दी गई हैं और शासकीय दस्तावेजों में खाली पड़ी हैं उनमें भी बगल के दुकानदारों ने अपना समान रखा हुआ है। पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि समिति के राजस्व वसूली से जुड़े जिम्मेदारों ने अपने स्तर पर लेनदेन कर इन खाली दुकानों के पड़ोसी दुकानदारों को यह दुकानें किराए पर दे दी। जिसकी वसूली समिति के लोग अपनी जेब में डाल रहे थे।
Published on:
02 Apr 2019 06:09 pm
बड़ी खबरें
View Allसतना
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
