ग्राम सेल्हना के पुष्पराज तिवारी ने बताया कि ठेकेदार सुज्जमुल हुसैन ने जैसे ही प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में मरम्मत का काम शुरू किया था तो ग्रामीणों ने विरोध जताया था। सभी की मांग थी कि भवन 25 साल से भी पुराना है, जो देखरेख के अभाव में जर्जर हो चुका है। इसमें कभी भी हादसा हो सकता है। ग्रामीणों की मांग थी कि पुराने भवन को डिसमेंटल कर नया भवन बनाया जाए, लेकिन ग्रामीणों की मांग को दरकिनार कर दिया गया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेल्हना में चिकित्सक सहित पैरामेडिकल स्टाफ की पदस्थापना है। लेकिन, हादसे के वक्त अस्पताल से डॉक्टर सहित स्टाफ गायब था। केवल एक ड्रेसर और स्टाफ नर्स मौजूद थी। इस कारण घायलों को वहां प्राथमिक उपचार तक नसीब नहीं हो पाया। सभी को डायल-100 और 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल ट्रामा यूनिट में दाखिल कराया गया।