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मध्य प्रदेश से थाईलैंड गए युवक का नहीं लगा सुराग, दलाल बोला- मलेशिया की जेल में बंद है

14 से 28 जून तक के लिए बना था वीजा। अब कहीं नहीं लग रहा युवक का सुराग।

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मध्य प्रदेश से थाईलैंड गए युवक का नहीं लगा सुराग, दलाल बोला- मलेशिया की जेल में बंद है

सतना. थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में घूमने के लिए गए सतना के युवक का 35 दिन से कोई सुराग नहीं मिलने से परिजनों का बुरा हाल है। युवक की हवाई यात्रा की टिकट और वीजा बनवाने वाले दलाल ने परिजनों को बताया कि युवक मलेशिया की जेल में कैद हो गया है। युवक के बारे में कोई खबर नहीं मिलने से चिंतित माता-पिता ने मुख्यमंत्री और भारतीय दूतावास से बेटे के बारे में पता लगा कर रिहाई कराने की गुहार लगाई है।

बताया गया कि शहर के कोलगवां थाना के बिरला टपरिया बस्ती में रहने वाला 24 वर्षीय अमित मल्लाह 15 दिन के लिए टूरिस्ट वीजा पर थाईलैंड गया था। वह 12 जून को सतना से निकला था और अगले दिन कोलकाता से बैंकॉक जाने के लिए फ्लाइट पकड़ी थी। 20 जून तक उसकी बात होती रही उसके बाद कहीं पता नहीं चला। बताया गया कि युवक ने बैंकॉक जाने के लिए बिहार के गोपालगंज निवासी अरविंद उत्तम कुमार नाम के युवक को 75 हजार रुपए देकर वीजा टिकट वगैरह बनवाया था। 20 जून के बाद अमित की कोई खबर नहीं मिलने से परेशान पिता रामजी मल्लाह ने जब एजेंट से बेटे के बारे में पूछा तो उसने बताया कि अमित को मलेशिया पुलिस ने बॉर्डर पर पकड़ लिया है। अमित मलेशिया की एलोर सेंटर जेल में बंद है, लेकिन 15 दिन में छूट जाएगा।

बताया गया कि 15 दिन बाद भी जब अमित की कोई खबर नहीं मिली तो पिता ने फिर से एजेंट से बात की। इस बार एजेंट ने बताया कि 20 दिन में छूट जाएगा। दूसरे देश की जेल में बंद बेटे के बारे में कोई खबर नहीं मिलने से परेशान पिता ने एडवोकेट अखिलेश पांडे की मदद से भारतीय दूतावास सहित प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री कार्यालय, सांसद के पास फरियाद लेकर पहुंचे। एडवोकेट अखिलेश मिश्रा ने बताया कि कलेक्टर को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है साथ ही मदद मांगी गई है। भारतीय दूतावास को ट्वीट कर मदद मांगी गई थी। दूतावास ने अमित की डिटेल मांगी है लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिल पाई।

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ह्यूमन ट्रैफिकिंग में फंसने की आशंका

आशंका है कि युवक कहीं किसी ह्यूमन ट्रैफिकिंग गिरोह के शिकंजे में फंस मुसीबत में तो नहीं पड़ गया। अमित के पिता रामजी ने बताया कि उसका बेटा बिहार के अरविंद के संपर्क में था। अरविंद ने मलेशिया में काम दिलाने का वादा कर पैसे लिए और कुछ दिनों का वीजा ऑन अराइवल थमा दिया।

ऐसा हुआ घटनाक्रम

अमित केवट सतना से 12 जून को ट्रेन से कोलकाता के लिए निकलता है

13 जुलाई जून की रात कोलकाता से स्पाइसजेट की फ्लाइट पकड़ 14 जून को बैंकॉक पहुंच जाता है

20 जून को अंतिम बार उसकी बात पिता से होती है

20 जून को व्हाट्सएप पर एकमैसेज मिलता है जिसमें बताता है कि उसे मलेशिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया

बताया गया कि अमित मल्लाह का परिवार मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। अमित सिर्फ दसवीं तक पढ़ा है। वह प्रयागराज के किसी एजेंट के संपर्क में था जिसने मलेशिया में जॉब के सब्जबाग दिखाए थे। प्रयागराज के इसी एजेंट के माध्यम से अमित बिहार के गोपालगंज निवासी अरविंद उत्तम के संपर्क में आया था। अरविंद ने उसे थाईलैंड भेजने मोटी रकम ली थी बाद में अमित के पिता ने उसके अकाउंट में 55 हजार रुपए अलग से डाले थे।

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