
सतना. वर्ष 2017 की विदाई और 2018 के स्वागत में कुछ समय के लिए उस वक्त शहर थम गया। जैसे-जैसे घडी की सुई 12 बजे की आरे जा रही थी। वैसे-वैसे शहर वासियो का उत्साह चरम पर आ गया। कोई परिवार के साथ मौज मस्ती की तो कई लोग दोस्तो के साथ जश्न मनाते दिखे।

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