घटना के बाद अध्यक्ष रामनगर थाना पहुंचा। वहां सीएमओ के खिलाफ लिखित शिकायत दी कि उससे मारपीट की गई है। पुलिस उसकी आवभगत करते नजर आई। इधर, घायल सीएमओ सोनी सतना पहुंचे तो एसपी के निर्देश पर सीएसपी ने जिला अस्पताल में बयान लिया। उसके बाद रामनगर थाना प्रभारी हरकत में आए और अध्यक्ष को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया।
अध्यक्ष और उसके गुर्गों ने मर्यादा की सभी सीमाओं को लांघ दिया। वह महिलाओं पर हमला करने से भी नहीं चूका। घटनाक्रम में पार्षद सुमन पयासी व ममता द्विवेदी घायल हुई हैं। नपं के दो कर्मचारियों को भी चोट आई है। जनप्रतिनिधि अजय द्विवेदी व राजेंद्र वर्मा के साथ भी मारपीट हुई। इन्होंने थाने में शिकायत दी है।
सीएमओ सोनी मारपीट में गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें सतना जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद ट्रामा यूनिट में शिफ्ट किया गया। रात करीब 8 बजे सोनी की स्थिति और बिगड़ गई। इसके बाद सतना के डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज रीवा के लिए रेफर कर दिया। उनकी स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है।
घटनाक्रम के बाद पूरे रामनगर क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है। माना जा रहा कि भविष्य में ये विवाद बढ़ेगा। राजनीतिक घटनाक्रम भी तेजी से बदलेंगे। स्थिति को देखते हुए पुलिस भी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। हालांकि पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
सुरक्षा की दृष्टि से रामनगर में देरशाम पुलिस बल तैनात कर दिया गया। एएसपी गौतम सोलंकी नेतृत्व में जिला मुख्यालय सहित एक दर्जन थानों का बल तैनात कर दिया गया। मैहर एसडीओपी हेमंत शर्मा, मैहर अनुभाग के सभी थानो प्रभारी को भी मौके पर भेजा गया है। वहीं मैहर, अमदरा, बदेरा, अमरपाटन, नादन, रामपुर, कोटर, ताला सहित अन्य थानों से एक सैकड़ा पुलिस बल रामनगर भेजा गया है।
नप अध्यक्ष का भ्रष्टाचार ही विवाद का कारण है। पीएम आवास में गड़बड़ी को लेकर नप अध्यक्ष के खिलाफ दो एफआइआर रामनगर थाने में दर्ज हो चुकी है। इओडब्लू भी नपं की गड़बडिय़ों की जांच कर रही। बताया जाता है कि वर्तमान सीएमओ देवरत्न सोनी नपं रामनगर में इंजीनियर रहे हैं। जब रामसुशील अध्यक्ष बने तो उन्होंने मनमानी खरीदी शुरू कर दी, सामग्रियों की गुणवत्ता भी सवालों में थी। इसके लिए वे चाहते थे कि इंजीनियर सोनी संबंधित फाइलों पर हस्ताक्षर कर दें लेकिन उन्होंने नहीं किया तो मस्टर कर्मचारियों से हस्ताक्षर कराकर फाइल पास कर दी गई। शिकायत हुई तो गड़बड़ी पाई गई। इसी तरह पीएम आवास में भी हुआ, जांच में गड़बड़ी मिली। लिहाजा, कलेक्टर के आदेश पर अध्यक्ष के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज हो गई। लगातार बदलते घटनाक्रम के बीच सीएमओ का प्रभार इंजीनियर सोनी को मिल गया। इसके बाद विवाद और भी गहरा गया।
– सुबह 11 बजे- अध्यक्ष नपं कार्यालय पहुंचे।
– सुबह 11.15 बजे- कर्मचारियों से अभद्रता व डराने धमकाने का काम शुरू।
– दोपहर 12 बजे- सीएमओ देवरत्न सोनी नपं पहुंचे।
– दोपहर 12.30 बजे – अध्यक्ष ने गुर्गों को फोन किया।
– दोपहर 12.55 बजे- गुर्गें लाठी, डंडा, राड व तलवाल लेकर पहुंच गए।
– दोपहर 1 बजे – सीएमओ कक्ष में घुसकर मारपीट शुरू
– दोपहर 1.10 बजे – सीएमओ कक्ष से बाहर निकले में सफल हुए।
– दोपहर 1.15 बजे – गेट पर नपं कर्मचारियों व महिला पार्षद व जनप्रतिनिधियों से मारपीट
– दोपहर 1.30 बजे – सड़क पर सीएमओ को घेरकर पुन: पिटाई शुरू
– दोपहर 1.45 बजे – अध्यक्ष पहुंचा थाने, खुद के साथ मारपीट की शिकायत की।
– दोपहर 2.15 बजे – रामनगर पुलिस नपं कार्यालय पहुंची, थाना प्रभारी नहीं थे।
– दोपहर 2.30 बजे – घायल सीएमओ सतना पहुंचे, जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
– दोपहर 3 बजे – सीएसपी जिला अस्पताल बयान लेने पहुंचे।
– दोपहर 3.30 बजे- रामनगर पुलिस हरकत में आई, नप अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत ली।
– शाम 4 बजे- एफआइआर दर्ज करने के बाद अध्यक्ष को गिरफ्तार किया।
– शाम 5 बजे – पुलिस ने अध्यक्ष व गुर्गों को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भे दिया गया।