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satna: समय पर ऑफिस नहीं आने वाले 135 अधिकारियों कर्मचारियों की सेलरी कटी

कलेक्ट्रेट में अधिकारी तो दूर चपरासी तक समय पर नहीं पहुंचते कलेक्टर के औचक निरीक्षण में ज्यादातर कार्यालय खाली मिले

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satna: समय पर ऑफिस नहीं आने वाले 135 अधिकारियों कर्मचारियों की सेलरी कटी

Salary cut for 135 public servants who did not come to office on time

सतना. संयुक्त कलेक्ट्रेट में हालात ऐसे हैं कि कलेक्टर भले समय से अपने ऑफिस पहुंच जाएं लेकिन अन्य शाखाओं और कार्यालयों के अधिकारी कर्मचारी समय से नहीं पहुंचते हैं। हालात तो ऐसे हैं कि अधिकारी तो दूर चपरासी भी समय पर नहीं पहुंचते जिनके जिम्मे समय से पहले पहुंच कर कार्यालय का ताला खोलना और अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त करना है। गुरुवार को कलेक्टर 10 बजे अपने केबिन में पहुंचे और सभी कार्यालयों में लगे सीसीटीवी कैमरे से कर्मचारियों की उपस्थिति देखी। 10.30 बजे तक ज्यादातर शाखाएं और कार्यालय सूनसान नजर आए। इसके बाद कलेक्टर ने पूरे संयुक्त कलेक्ट्रेट का निरीक्षण किया तो 11 बजे तक 135 अधिकारी कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। कलेक्टर ने इन सभी लोगों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश जारी किए हैं।

सुबह 10.30 बजे से शुरू किया निरीक्षण

जानकारी के अनुसार कलेक्टर अनुराग वर्मा ने 10.30 बजे कार्यालय अधीक्षक विनोद चतुर्वेदी और नाजिर रामलखन वर्मा को बुलाया और निरीक्षण के लिय निकल पड़े। सबसे पहले स्टेशनरी पहुंचे तो यहां उन्हें ताला बंद मिला। इसके बाद कलेक्टर कार्यालय पहुंचे तो यहां भी ज्यादातर कर्मचारी अनुपस्थित मिले। यहां से उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर जब्त किया।

ऑफिस का समय पता नहीं

कलेक्टर कार्यालय क्रमांक 2 पहुंचे। यहां भू-अर्जन, आवक जावक, धर्मार्थ, सामान्य शाखा सहित अन्य शाखाएं लगती हैं। यहां इकलौता भृत्य मौजूद मिला। उससे कलेक्टर ने ऑफिस का समय पूछा तो जवाब मिला कि साढ़े 10 से साढ़े 6 बजे तक। कलेक्टर ने कहा कि शनिवार का अवकाश भी मिल रहा है और इधर समय में भी चोरी। तुम्हे पता नहीं है कि 10 बजे से 6 बजे तक ऑफिस है। इसके बाद यहां से भी उपस्थिति पंजी जब्त की।

डूडा में लटक रहा था ताला

भू-अभिलेख कार्यालय पहुंचे तो यहां न तो अफसर मौजूद रहे न ही लिपिकीय स्टाफ। सिर्फ दो भृत्य मौजूद रहे। कलेक्टर ने इस पर नाराजगी जताई। इसके बाद योजना कार्यालय पहुंचे। जहां एक भृत्य बस मौजूद मिला। यहां भी सभी नदारद थे। शहरी विकास अभिकरण (डूडा) कार्यालय पहुंचे तो यहां का ताला तक नहीं खुला था। इस पर नाराजगी जताई।

तो रजिस्ट्री कैसे होती होगी

जिला पंजीयन कार्यालय पहुंचे तो पाया कि यहां भी कोई नहीं है। सिर्फ एक भृत्य मौजूद था। कलेक्टर ने पूछा कि रजिस्ट्री कितने बजे से होत है और स्लाट कितने बजे से बुक होते हैं। इस पर बताया गया कि 10 बजे से। फिर कलेक्टर ने कहा कि जब कोई है नहीं तो समय पर रजिस्ट्री कैसे होती होगी। इसके बाद कोषालय और जिला निर्वाचन कार्यालय का निरीक्षण किया। यहां की स्थिति कमोवेश ठीक मिली।

तहसील और एसडीएम कार्यालय खाली

कलेक्टर ने रघुराजनगर तहसीलदार और रघुराजनगर एसडीएम कार्यालय का निरीक्षण किया तो यहां भी कोई नहीं मिला। सिर्फ एक भृत्य संतोष सेन मौजूद था। उससे उपस्थिति रजिस्टर जब्त किए।

उपस्थिति पंजी ताले में

फूड ऑफिस पहुंचे तो यहां डीएसओ के अलावा भृत्य दरबारी मौजूद मिला। कलेक्टर ने उपस्थिति पंजी चाही तो बताया गया कि दुर्गा मैडम की आलमारी में बंद है। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की। फिर एक कर्मचारी को यहां खड़ा किया और कहा कि जैसे मैडम आएं तो उनसे उपस्थिति पंजी लेकर सीधे मेरे पास लाई जाए। इसके बाद आजाक, महिला बाल विकास विभाग और आबकारी कार्यालय का निरीक्षण किया। यहां भी ज्यादातर लोग गायब मिले।

18 कार्यालय प्रमुखों को निर्देश

निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट, भू-अभिलेख, शहरी विकास अभिकरण, योजना मंडल, खाद्य शाखा, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, जनजातीय कार्य विभाग, महिला बाल विकास, आबकारी कार्यालय, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण, तहसीलदार कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, कोषालय, पेंशन कार्यालय, निर्वाचन शाखा, जिला पंजीयन कार्यालय के प्रमुखों को नोटिस जारी करते हुए अनुपस्थित मिले अधिकारियों कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।

ये लोक सेवक रहे गायब

कलेक्टर के औचक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाये गये अधिकारी-कर्मचारियों में राजस्व विभाग (कलेक्ट्रेट) में सहायक ग्रेड-2 रमेश प्रसाद पाठक, अनिल खरे, सहायक ग्रेड-3 जेएन चौरसिया, प्यारेलाल प्रजापति, दयाराम वर्मा, संजय कुमार जैन, अतुल सिंह बघेल, रोहित कुमार तंतवाय, सतीष पाण्डेय, वरिष्ठ प्रशिक्षक ई-दक्ष ऋतुराज रूसिया, संजय कुमार पाण्डेय, खण्डलेखक लवलेश कुमार यादव, बृज किशोर बर्मन, रवि किशोर बर्मन, रन्नो देवी, वन्दना साकेत, गणेश वर्मा, लक्ष्मी प्रासाद गौड, भू-अभिलेख में राजस्व निरीक्षक प्रमोद कुमार पटेल, नारायण चतुर्वेदी, जय सिंह, सहायक ग्रेड-3 ललिता देवी कोल, राजनायक सिंह, अनुरेखक रामसजीवन गर्ग, ज्योति गुप्ता, आपरेटर निशा विश्वकर्मा, अभयकरण पाण्डेय, पटवारी कमल नयन मिश्रा, प्रदीप कुमार चतुर्वेदी, अजय प्रताप सिंह, वर्षा गोयल, प्रमोद कुमार पाण्डेय, संतदास साकेत, प्रीतम लाल वर्मन, दिनेश कुमार वर्मा, महेन्द्र सिंह गोड़, रामकलेश तिवारी, बच्चूलाल वर्मन, सूर्य प्रताप सिंह, बाबूलाल लोध, विजय कुमार कोल, रमेश कुमार कोल, विभूति नारायण चतुर्वेदी, शहरी विकास अभिकरण में सिटी मिशन मैनेजर सुभाष तिवारी, कम्प्यूटर वर्क पुष्पेन्द्र कुमार बर्मन, गोपाल सिंह, वाहन चालक राकेश विश्वकर्मा, योजना मंडल में एएसओ पीके शर्मा, सुनीलम जी, बीएलआई वीरेन्द्र सिंह, वर्षा गिरि, सहायक ग्रेड-3 पीएल वर्मा, महादेव शर्मा, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, दिवाकर प्रसाद मिश्रा, खाद्य शाखा में सहायक ग्रेड-2 दुर्गावती उइके, ग्रेड-3 स्वाती जगधारी, मंगल कोल, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण में सहायक ग्रेड-3 राजकुमारी सिंह, जनजातीय कार्य विभाग में लेखापाल एस.एस. वर्मा, सहायक ग्रेड-2 केबी गौतम, ग्रेड-3 अजय सोंधिया, आरके चौरसिया, आरपी भास्कर, भगवादीन वर्मा, महिला बाल विकास में सहायक अन्वेषक आरके सिंह, आंगनबाड़ी शिक्षिका सावित्री मिश्रा, आंकड़ा विश्लेषक सालक धुर्वे, अच्छेलाल वर्मा, आबकारी विभाग में सहायक ग्रेड-2 विश्वनाथ प्रसाद मिश्रा, ग्रेड-3 रश्मि सिंह, आईटीओ अशोक आर्या, दफ्तरी खूबचन्द्र सिंह, हरिप्रकाश श्रीवास्तव, अंजू रैकवार, रामजी द्विवेदी, सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण में सहायक ग्रेड-2 गणेश प्रसाद त्रिपाठी, मोतीलाल साकेत, ग्रेड-3 अंकुर श्रीवास्तव, प्रमुख कलाकार केके शुक्ला, देवेन्द्र कुमार त्रिपाठी, कार्यालय तहसीलदार नजूल में राजस्व निरीक्षक कमलेश पाठक, दिलीप कुमार श्रीवास्तव, चैनमैन रामराज पाण्डेय, वन्दना साकेत, कृष्णा देवी, संतोष कुमार अग्निहोत्री, रामदास बारी, राजबहादुर सिंह, कमलेश कोरी, कार्यालय तहसील रघुराजनगर में सहायक ग्रेड-2 गिरीश द्विवेदी, बाल्मीक शुक्ला, बनवारी लाल बागरी, ग्रेड-3 मोहनलाल सिंह, मोलू सिंह, राकेश मिश्रा, मिथलेश निगम, राजकुमार वर्मा, वीरेन्द्र कुमार पाण्डेय, सरोज पटेल, इन्द्रजीत सोनी, कम्प्यूटर आपरेटर ओपी शुक्ला, संजय मिश्रा, खण्डलेखक आशुतोष मिश्रा, गोविन्द जायसवाल, प्रवीण कुमार वर्मा, ममता साकेत, दुर्गा रैकवार, सुरेन्द्र सेन, अमित सक्सेना, ललिता मौर्य, अजय नारायण उपाध्याय, कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी रघुराजनगर में सहायक ग्रेड-2 दिनेश चतुर्वेदी, आरके चतर्वेदी, सुनील निगम, सहायक ग्रेड-3 जय प्रकाश श्रीवास्तव, मिथलेश कुमार यादव, राजस्व निरीक्षक सीपी त्रिवेदी, चैनमैन अजय कुशवाहा, कोषालय में सहायक कोषालय अधिकारी सतीष कुमार त्रिपाठी, सहायक ग्रेड-2 संगीता नामदेव, लाल बिहारी सिंह, बाबूलाल कोल, विष्णु नारायण त्रिपाठी, ग्रेड-3 विजय मिश्रा, केशव प्रसाद शर्मा, भृत्य वैशाली तिवारी, पेंशन कार्यालय में कम्प्यूटर आपरेटर काशी प्रसाद प्रजापति, भृत्य अवधेश कुशवाहा, सुरक्षा गार्ड अमन कुमार तिवारी, निर्वाचन शाखा में पीसीओ केबी त्रिपाठी, वरिष्ठ पंजीयक कार्यालय में उप पंजीयक अनीता रैदास, तनुप्रिया कुशवाहा, जिला पंजीयक कार्यालय में सहायक ग्रेड-2 बालेन्द्र शेखर तिवारी, स्टेनो हीरामणि मिश्रा, सहायक ग्रेड-3 अक्षय प्रताप सिंह के नाम शामिल हैं।

बच गए अधिकारी

कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान ज्यादा अधिकारी गैर मौजूद मिले। इनकी लेट लतीफी के कारण ही मातहत भी समय पर नहीं आते। लेकिन रजिस्टर में इनके नाम नहीं होने से इन पर कार्रवाई नहीं हो सकी। हालांकि कलेक्टर ने नैतिक तौर पर अधिकारियों को संकेत दे दिए हैं कि खुद समय पर आना शुरू करें। जिससे कार्यालय में उनका अधीनस्थ अमला समय पर पहुंचे।