
Santosh Tiwari serious allegations on MP congress
सतना/ चुनाव के बाद सरकार बनने पर भी कांग्रेस की अंतरकलह और गुटीय राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। पार्टी और संगठन के नेताओं को लेकर आए दिन विवाद की स्थितियां बन रही हैं। नया विवाद अनशन पर बैठे महामंत्री संतोष तिवारी के उस खुले पत्र को लेकर खड़ा हुआ है जिसे उन्होंने सोशल मीडिया में वायरल किया है।
उन्होंने जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा है कि वे किसी एक नेता की चापलूसी कर जिलाध्यक्ष बने हैं। उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। मामला जिलाध्यक्ष के उस बयान के बाद गरमाया है, जिसमें अनशन की जानकारी नहीं होने की बात कही थी।
सोशल मीडिया में यह पत्र किया वायरल
संतोष तिवारी ने खुले पत्र में कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ अनशन पर बैठे उन्हें 23 दिन हो चुके हैं। मामले में भ्रष्टाचारी खुद को पाक साफ बताने में जुटे हुए हैं, लेकिन जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा यह कह रहे कि पार्टी को उनके आमरण अनशन की जानकारी नहीं है। कहा, यह सरासर गलत है। दिलीप मिश्रा पार्टी के वरिष्ठ नेता की चापलूसी कर जिलाध्यक्ष जरूर बन गए हैं।
उनकी घृणित मानसिकता
कांग्रेस पार्टी का एक संविधान है व कुछ सिद्धांत हैं। 3 माह पहले उनके घर में खुले पार्टी के जिला कार्यालय में पहुंच कर उन्हें आवेदन दिया था। साथ ही आमरण अनशन पर बैठने के पहले उन्हें वाट्सऐप पर भी जानकारी दी गई थी। लेकिन जिस तरीके से वे अनशन की जानकारी से इनकार कर रहे हैं वह उनकी घृणित मानसिकता और ओछी राजनीति को दर्शाता है।
वे प्रशासनिक अधिकारियों की चापलूसी करें
दिलीप मिश्रा को सलाह दी है कि अपने स्वार्थ के लिए कांग्रेस पार्टी को सामने मत लाएं। आगे कहा है कि आप जैसे अध्यक्षों के कारण ही आज पार्टी कहीं न कहीं आम जनता का विश्वास पाने में असफल हो रही है। संतोष यहीं नहीं रुके और कहा कि उन्हें मैं अच्छी तरह से जानता हूं। वे प्रशासनिक अधिकारियों की चापलूसी करें। हमें कोई दिक्कत नहीं, लेकिन पार्टी को इसमें शामिल न करें।
सभी को जानकारी
जनपद सदस्य संतोष तिवारी ने कहा कि भले दिलीप मिश्रा जानकारी न होने की बात कह रहे हों लेकिन उनके सहित क्षेत्रीय विधायक, प्रभारी मंत्री, पंचायत मंत्री, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सहित सभी जवाबदार पदाधिकारियों को जानकारी भेजी गई है। इसके साथ ही कहा है कि दिलीप मिश्रा को जिला अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए क्योंकि ने अपने अध्यक्षीय कर्तव्यों का निर्वहन करने में असफ ल रहे हैं।
आखिर क्यों हो रहे विवाद
जिला कांग्रेस पार्टी में आखिर ऐसा क्या है कि यहां लगातार विवाद की स्थितियां निर्मित हो रही हैं। सवाल संगठनात्मक ढांचे पर भी खड़ा होने लगा है। अभी कुछ दिनों पहले पिछड़ा वर्ग विभाग के पदाधिकारी ने शहर अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन पर कार्यालय में कब्जा करने का गंभीर आरोप लगाते हुए तमाम शिकवा शिकायतें की गई थीं। अब यह मामला सीधे जिलाध्यक्ष से जुड़ा है। इसमें भी गंभीर आरोप हैं।
सफाई जिलाध्यक्ष की, पुराना है पत्र
मामले में जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह पत्र 4 दिन पुराना है। उन्होंने इस पत्र के मामले में किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
Published on:
10 Oct 2019 03:59 pm
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