चना-मसूर और सरसों बेेचने वाले किसानों के खाते में नहीं पहुंचे 4504.86 लाख रुपए
सतना। समर्थन मूल्य पर चना, मसूर और सरसों बेचने वाले संभाग के सात हजार से अधिक किसानों का भुगतान अटका हुआ है। सतना, रीवा सीधी और सिंगरौली जिले में गेहूं के अलावा चना, मसूर व सरसों बेचने वाले किसानों का 4504.86 लाख बकाया है। शासन को भेजी गई जानकारी के अनुसार, कृषि उपज मंडी परिसर में बनाए गए केंद्रों पर संभाग में 4,258 किसानों ने 6,886 क्विंटल से अधिक चने की बिक्री की है। कीमत 3181.33 लाख है। जबकि 1,776 किसानों ने 1,644 क्विंटल से अधिक मसूर की तौल की है। इसकी कीमत 735.78 लाख और 1,147 किसानों ने 1,399 क्विंटल से ज्यादा सरसों की तौल कराई है। इसकी कीमत 587.75 लाख है। तौल करने के बाद किसान समर्थन मूल्य के लिए बैंक व अफसरों के चक्कर काट रहे हैं।
परिवहनकर्ताओं की शिथिलता भी सामने आई
बताया गया, जब तक वेयर हाउस में जमा अनाज की जानकारी ऑनलाइन दर्ज नहीं की जाती, नागरिक आपूर्ति निगम स्वीकृत पत्रक जारी नहीं करेगा और भुगतान नहीं होगा। इसमें खरीद एजेंसियों व परिवहनकर्ताओं की शिथिलता भी सामने आई है। जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक का दावा है कि सभी को पत्र भेजा गया है। जल्द ही किसानों का भुगतान होगा।
संभागायुक्त ने तलब किया स्वीकृत पत्रक
संभाग में गेहूं, चना, मसूर और सरसों की तौल के बाद किसानों के खाते में भुगतान नहीं होने के कारण संभागायुक्त डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने जिम्मेदारों से जानकारी तलब करते हुए भुगतान के लिए शासन को पत्र लिखा है। संभागायुक्त ने खरीद एजेंसियों के साथ ही जिला सहकारी बैंक के अधिकारियोंको चेतावनी दी है कि सभी सरकारी एजेंसियां कागजी प्रक्रिया पूरी कर किसानों का भुगतान कराएं।