
shahar sarkar aapke dwar: Satna MLA raging on formality in the program
सतना/ शहर सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में प्रचार-प्रसार का अभाव व अधिकारियों की गैर मौजूदगी सहित कार्यक्रम की अव्यवस्था देख विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा भड़क गए। तय समय पर पहुंचे विधायक को जब निगम की सहायक आयुक्त ने निगमायुक्त के कार्यक्रम में शामिल न होने की जानकारी दी तो उनका पारा और चढ़ गया। उन्होंने नगरीय प्रशासन मंत्री से बात की। हालांकि इस दौरान तक निगमायुक्त पहुंच गए। कार्यक्रम में काफी कम लोगों की मौजूदगी देख उन्होंने कहा कि यहां सरकार की मंशा के अनुसार कार्यक्रम नजर नहीं आ रहा है।
न तो प्रचार प्रसार दिख रहा है और न ही लोगों को जानकारी है। समस्याओं के लेकर विभागों के अधिकारी भी मौजूद नहीं है। तहसीलदार-एसडीएम को जानकारी नहीं है। उनका गुस्सा अपने संगठन पर भी निकला। कहा कि सरकार की मंशा है कि संगठन लोगों के बीच जाकर कार्यक्रम का प्रचार प्रसार करें। लोगों की समस्याओं हल करवाए। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने कुछ लोगों को निशाना साधते हुए कहा कि वे राजनीति में बीबी-बच्चे पालने नहीं आए हैं। लोगों की समस्याएं हल हों, सरकार की यह मंशा पूरी होनी चाहिए।
ये है मामला
दरअसल, गढिय़ा टोला मस्जिद के सामने बुधवार को प्रात: 9 बजे से वार्ड क्रमांक 1,2,3,4,26,27,29 के हितग्राहियों की समस्या निराकरण के लिए शहर सरकार आपके द्वार कार्यक्रम आयोजित किया गया था। वे साढ़े 9 बजे के लगभग कार्यक्रम स्थल पहुंचे तो यहां उन्हें निगमायुक्त सहित अन्य विभागों के अधिकारी नहीं मिले। पूछने पर बताया गया कि निगमायुक्त कुछ देर में आ रहे है। बाद में सहायक आयुक्त ने जानकारी दी कि निगमायुक्त नहीं आएंगे। यह पता चलने पर विधायक भड़क गए। इस दौरान उन्होंने पाया कि यहां लोगों की उपस्थिति भी कम है। पूछने पर बताया गया कि लोगों को जानकारी ही नहीं दी गई है कार्यक्रम की। यह देख विधायक ने नगरीय प्रशासन मंत्री को फोन लगाकर इसकी जानकारी दी। साथ ही उन्होंने राजस्व अधिकारियों से भी बात की तो पता चला कि उन्हें भी जानकारी नहीं है।
उसका निराकरण क्या करोगे
शिविर में अधिकारियों की अनुपस्थित एवं अव्यवस्था देख भड़के विधायक ने अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जब आप लोग जनता की समस्या सुन नहीं पा रहे हो तो उसका निराकरण क्या करोगे। न यहां आवेदन लेने वाला कोई है न समस्या सुनने वाले अधिकारी हैं। जो मौजूद है उनकी भी समस्या नहीं सुनी जा रही है। मैं यहां बैठने नहीं आया। जनता की समस्याओं का निराकरण कराने आया हूं। आप लोग हितग्राहियों से आवेदन लेकर उनकी समस्याओं का मौके पर निदान करो। नहीं कर सकते तो बता दो तो मैं चला जाऊं। हालांकि इस दौरान निगमायुक्त कार्यक्रम में पहुंच चुके थे और पांच बजे तक लगातार लोगों की समस्याएं सुनते रहे। साथ ही वार्ड के विभिन्न स्थलों का मौका मुआयना भी किया।
पोस्टर-पम्पलेट छपवाने के निर्देश
विधायक की नाराजगी के बाद निगम प्रशासन शहर सरकार आपके द्वारा कार्यक्रम को लेकर गंभीर हो गया है। निगमायुक्त ने शहर में आयोजित कार्यक्रमों का दिन निर्धारित करते हुए शिविरों की जानकारी जनता तक पहुंचाने पंपलेट वितरित कर वार्डों में प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आगामी शिविर में सभी विभागीय अधिकारियों को प्रदेश सरकार की जनहितैषी योजनाओं के पोस्टर पंपलेट एवं आवेदन पत्रों के साथ शिविर में उपस्थित होने के निर्देश जारी किए हैं।
कब-कहां लगेंगे शिविर
शहर सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत 14 अक्टूबर को महदेवा स्कूल में शिविर आयोजित होगा। इसमें वार्ड 28, 30, 31,32,33 तथा 34 के रहवासियों की समस्याओं का निराकरण होगा। 18 अक्टूबर को रामलीला मंच डालीबाबा में तथा 22 अक्टूबर को नईबस्ती चार मंदिर के पास शिविर का आयोजन किया जाएगा।
कलेक्टर ने की निगमायुक्त से चर्चा
कार्यक्रम को लेकर कलेक्टर ने भी निगमायुक्त से चर्चा की और बताया कि इसका क्रियान्वयन ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित होने वाले आपकी सरकार आपके द्वार की तर्ज पर करना है। इसमें सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को सूचित कर उन्हें बुलाया जाए।
प्रचार-प्रसार न होने पर व्यक्त की नाराजगी
कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार न होने पर नाराजगी व्यक्त की। कहा, कार्यक्रम का आयोजन जनता की समस्या सुनने और मौके पर निराकरण करने के लिए किया जा रहा। आप लोग शिवर के नाम पर दिखावा कर रहे हो। विधायक ने कहा कि गढि़या टोला में शिविर है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है तो फिर जनता यहां कैसे आएगी। विधायक की इस बात का समर्थन करते हुए कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि शिविर की जानकारी वार्ड पार्षदों को भी नहीं दी गई, तो जनता को क्या देंगे।
संगठन की गतिविधियों पर भड़के
विधायक ने अपने पार्टी संगठन के लोगों पर भी निशाना साधा। कहा कि वे राजनीति में परिवार का पेट पालने नहीं आए हैं। जनता की सेवा और सरकार की मंशा के अनुसार काम करने के लिये आए हैं। लेकिन संगठन सरकार के इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में वैसा काम नहीं कर रहा जैसा की होना चाहिए। न तो संगठन के लोग जनता के बीच जाकर कार्यक्रम की जानकारी दे रहे न ही सरकार की उपलब्धियां बता रहे हैं। निगम के अधिकारियों से कहा कि इन आवेदनों के निराकरण को लेकर वे अलग से भी बैठेंगे।
आए 259 आवेदन, 15 का हुआ निराकरण
कार्यक्रम में 8 वार्डों की समस्याओं के निराकरण के लिए शिविर लगाया गया। अव्यवस्था के बीच आयोजित शिविर में कुल 259 आवेदन आए। इनमें से प्रशासन के अधिकारी मात्र 15 आवेदनों का निराकरण कर पाए। निगमायुक्त ने शिविर में मिली सभी शिकायतों का निराकरण एक सप्ताह में करने के निर्देश दिए। सबसे अधिक 97 शिकायतें राजस्व विभाग तथा 57 शिकायतें पीएम आवास से संबंधित प्राप्त हुईं। जिनका निराकरण सात दिन में कराने का आश्वासन हितग्राहियों को दिया गया।
Published on:
10 Oct 2019 01:26 pm
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