घटना दोपहर करीब दो बजे की है। ताला निवासी रामनिवास पाल कलेक्ट्रेट पहुंचकर सभी की नजरों से बचते हुए बिजली के पोल पर चढ़ गया। करीब तीस फीट की ऊंचाई पर खंभे से लटका रामनिवास रोता रहा। इसी दौरान उसने गमछे का फंदा बनाकर गले में डाल लिया। डायल १०० को सूचना दी गई लेकिन काफी देर होने पर भी जब कोई रिस्पांस नहीं मिला तो इसकी जानकारी कलेक्टर नरेश पाल को दी गई।
बिजली विभाग से लैडर जीप भिजवाई उन्होंने आनन फानन में बिजली विभाग से लैडर जीप भिजवाई तब जाकर युवक को उतारा गया। बाद में अपना नाम रामनिवास पाल बताते हुए उसने कहा कि उसे प्रधान
मंत्री आवास चाहिये लेकिन कोई उसकी मांग नहीं सुन रहा इसलिए खंभे में चढ़ा। उधर जिला प्रशासन की ओर से बताया गया कि जिस जमीन पर यह प्रधानमंत्री आवास मांग रहा है वह विवादित है और उसे गांव की अन्य जमीन पर आवास का प्रस्ताव दिया गया है।
हाईटेंशन लाइन का था पोल
कलेक्ट्रेट परिसर के पश्चिमी चहारदीवारी के गेट नंबर २ के बगल से लगे हाई टेंशन लाइन के खंभे पर एक युवक चढ़ गया। पहले तो लोगों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब वह अपने गले में गमछे से फांसी का फंदा डाल कर पिलर राड पकड़ कर लटक गया तो लोगों का ध्यान उस ओर गया। जब लोग उसके पास पहुंचे तो उसके रोने की आवाज सुनाई दे रही थी।
तमाशबीनों की काफी भीड़ इकट्ठा इस बीच जब भी उसका हाथ राड से फिसलता तो वह नीचे आने लगता तो उसके गले का फंदा कसने लगता। इधर नीचे तमाशबीनों की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी तो कुछ उसे नीचे उतरने की समझाइश भी दे रहे थे। इसी बीच यहां से लोगों ने डायल १०० को इसकी सूचना दी लेकिन १५ मिनट बाद जब कोई मदद नहीं आई, इधर युवक का हाथ लगातार फिसलने लगा था जिससे उसे फांसी लगने की स्थिति बनती जा रही थी।
यूं चला बचाव अभियान
जब बिजली विभाग की लैडर जीप आई इसके पहले ही हाईटेंशन लाइन की पावर सप्लाई बंद करवा दी गई थी। जीप वहां पहुंची तो खंभे के पहले नहीं पहुंच पा रही थी। इस पर लोगों ने उसे उठाकर खंभे से सटाया। फिर सीढियां खोली गई। कुछ साहसी युवक उससे ऊपर चढ़े। वहां जाकर उसे समझाइश दी।
गले में फांसी का फंदा लगा हुआ था लेकिन उसे उतरना सहज नहीं था क्योंकि गले में फांसी का फंदा लगा हुआ था और युवक की ताकत भी जवाब दे चुकी थी। लिहाजा सहायता के लिये चढ़े युवक ने अपने पांव का सहारा देकर उसे स्थिर किया और उसका फंदा खोला। लगभग १० मिनट की इस कवायद के बाद नीचे उतारा जा सका।
मुझे मकान चाहिए…
नीचे आने पर युवक लगातार रोता जा रहा था और यही दोहरा रहा था कि मुझे मकान चाहिए। बाद में उसने अपना नाम रामनिवास पाल पिता स्व. रामसजीवन पाल (३५) निवासी ताला बताया। कहा कि उसे प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं दिया जा रहा है और कोई सुन नहीं रहा है। उधर इस मामले में कलेक्टर नरेश पाल ने बताया कि इसका मामला एसडीएम के संज्ञान में है।
आबादी भूमि में प्रधानमंत्री आवास का प्रस्ताव इसका पड़ोसी से पारिवारिक जमीन विवाद चल रहा है। इसी जमीन पर वह आवास चाह रहा है। उसे गांव में ही आबादी भूमि में प्रधानमंत्री आवास का प्रस्ताव दिया गया है। लेकिन आज अचानक यहां चला आया और खंभे में चढ़ गया। कुछ लोगों के बहकाये जाने की घटना से भी कलेक्टर ने इंकार नहीं किया। उल्लेखनीय है यहीं परिसर में विगत माह एक युवक पानी की टंकी में चढ़ कर हंगामा खड़ा कर दिया था।