
There are lots of animals in Satna Mandi,
सतना. ई-अनुज्ञा को लेकर मंडी प्रशासन एवं व्यापारियों के बीच दो दिन से जारी खींचतान बुधवार को मंडी के भारसाधक अधिकारी पीएस त्रिपाठी के साथ हुई बैठक के बाद खत्म हो गई। दोपहर में मंडी पहुंचे अनुविभागीय अधिकारी ने व्यापारी एवं किसान प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी और मंडी अधिकारियों को हर समस्या का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए। व्यापारियों ने भारसाधक अधिकारी को मंडी की समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा, साहब मंडी में जानवर बहुत हैं। प्रतिदिन सैकड़ों बोरा अनाज खा जाते हैं। यदि आवारा पशु नहीं निकाले गए तो हम मंडी में अनाज खरीदी बंद कर देंगे। भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मंडी समिति ए ग्रेड मंडी से जानवर नहीं हटा सकती तो और क्या करेगी। जब मंडी में जानवर ही पालने थे तो 50 लाख की बाउंड्रीवाल क्यों बनवाई। गेट में काऊकेचर नहीं हैं, इसे तुरंत लगवाएं। व्यापारियों ने कहा की मंडी कर्मचारी किसी की बात नहीं सुनते उनकी मनमानी के कारण की मंडी की व्यवस्थाए चौपट हो गई है। आप ने पहली बैठक में मंडी कर्मचारियों व्यापारी एवं श्रमिकों की आइडी बनवाने के निर्देश दिए थे। जो आज तक नहीं बनी। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एसडीएम ने प्रभारी सचिव को एक सप्ताह में आइडी बनवाकर देने को कहा। बैठक में किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश सिंह, जिलाध्यक्ष इंद्रजीत पाठक, पूर्व चेम्बर अध्यक्ष कमलेश पटेल, कृषि उपज व्यापारी संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, तिलहन संघ के अध्यक्ष पुष्पेन्द्र द्विवेदी सहित सभी गल्ला व्यापारी उपस्थित रहे।
इ अनुज्ञा के लिए बनेगा अलग कक्ष
ई-अनुज्ञा जारी करने में आ रही समस्याओं पर चर्चा करते हुए एसडीएम ने कहा कि इसे बंद नहीं किया जा सकता। समस्याओं का समाधान ढूढा जाए यहीं सहीं हैं। व्यापारियों ने कहा की ई अनुज्ञा के लिए कर्मचारी कम हैं। इसके लिए मंडी परिसर में अलग से कक्ष बनाकर कर्मचारी तैनात किए जाएं जहां व्यापारी भुगतान पत्रक फीड करा सकें। एसडीएम ने मंडी प्रशासन को ई अनुज्ञा काउंटर खोलने के निर्देश दिए। जहां मंडी कर्मचारी व्यापारियों का स्टाक और भुगतान पत्रक फीड करेंगे।
अधिकांश व्यापारी अंगूठा छाप
ई अनुज्ञा पर चर्चा करते हुए जब व्यापारियों ने इसमे कई तकनीकी खामियां गिनाई तो प्रशिक्षक ने कहा कि कर्मचारी सही काम नहीं करते तो मैं आप लोगों का आईडी पासवर्ड बना देता हूं। आपलोग स्वयं अपने खरीदी का डाटा कम्प्यूटर में फीड कर ई अनुज्ञा जारी कर सकते हैं। इतना सुनते ही व्यापारी बैकफुट पर आ गए। एक व्यापारी ने कहा, अधिकांश व्यापारी अगूठा छाप हैं वह कम्प्यूटर में का काम नहीं कर सकते। इसलिए मंडी प्रशासन ही फीडिंग की व्यवस्था कराएं।
Published on:
04 Jul 2019 11:57 pm
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