
बहरावण्डा खुर्द पुलिस चौकी में खड़े ओवरलोड तूड़ी से भरे वाहन।
बहरावण्डा खुर्द . कस्बे में बुधवार को बहरावण्डा खुर्द पुलिस ने कार्रवाई करते हुए टोंक से मध्यप्रदेश की ओर जा रहे ओवरलोड तूड़ी से भरे 3 ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त किए। जिन पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए न्यायालय में पेश किया गया। एएसआई रमेश पाल ने बताया कि तूड़ी से भरे 3 ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली टोंक-शिवपुरी स्टेट हाइवे से निकल रहे थे। पूछताछ करने पर पाया गया कि तीनों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में चोरी से तूड़ी भरकर मध्यप्रदेश की ओर ले जाई जा रही थी। ये ट्रैक्टर-ट्रॉली टोंक से भरे गए थे। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में चोरी की तूड़ी भी ओवरलोड भरी हुई थी।
सवाईमाधोपुर पोषाहार में गुणवत्ता के लिए सालभर पहले खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को जांच के लिए आदेश दिए गए थे, लेकिन इन आदेशों की पालना नहीं हो सकी है। शिक्षा विभाग के अधिकारी आदेश संबंधित अधिकारियों को देने की बात कह रहे हैं तो जांच करने वाले आदेश नहीं मिलने की। ऐसे में यह आदेश आखिर गए कहां? जानकारी के अनुसार विद्यालयों में पोषाहार की गुणवत्ता पर नजर रखने और उसे बनाए रखने के लिए मिड-डे मील आयुक्त ने प्रदेश के सभी जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए थे।
इसमें प्रत्येक माह में कम से कम एक विद्यालय में पोषाहार के नमूने लेने थे और उनकी लैब में जांच करानी थी। जिसकी रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपनी थी। जिससे पोषाहार में कोई कमी हो तो उसमें सुधार किया जा सके। वहीं कमी के लिए संस्था प्रधान को जिम्मेदार माना जाना था।
जांच अधिकारी झाड़ रहे पल्ला : खाद्य सुरक्षा अधिकारी निर्देशों को लेकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। उनका कहना है कि पोषाहार की जांच करने जैसे कोई निर्देश ही नहीं मिले हैं। ऐसे में एक बार भी जांच नहीं हुई है। इधर, शिक्षा विभाग के अधिकारी इस इंतजार में है कि कोई कमी हो तो रिपोर्ट मिले। इस स्थिति में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी इसकी तहकीकात नहीं की कि कितनी बार पोषाहार की जांच की गई है।
यह था उद्देश्य : खाद्य विभाग के जांच किए जाने से पोषाहार की गुणवत्ता में सुधार होता। जानकार सूत्रों ने बताया कि अभी कई स्कूलों में कुक कम हेल्पर पूरी मात्रा में राशन नहीं डालते है। कई बार जांच में सामने आया कि शिक्षक ही उन्हें उपस्थिति के अनुसार राशन नहीं देते है। ऐसे में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पोषाहार नहीं मिल पाता है।
63 लाख का भोजन : राज्य मेंं अभी 73199 राजकीय व अनुदानित विद्यालयों में करीब 63 लाख विद्यार्थियों को पोषाहार दिया जा रहा है। इसमें से 59 लाख को विकेन्द्रीयकृत रसोईघर और अन्नपूर्णा के माध्यम से पोषाहार दिया जा रहा है।
आदेश से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और खाद्य निरीक्षक को अवगत करा दिया था। पोषाहार सेम्पल का जांच कार्य किया जाता है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी निरीक्षण के दौरान सेम्पल लेते हैं। पोषाहार में कमी मिलने पर ही हमें रिपोर्ट करते हैं। अभी तक उन्होंने गड़बड़ी व अनियमितता संबंधी रिपोर्ट नहीं की है।
चन्द्र शेखर जैमिनी, अवर उप जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा।
मध्यान्तर भोजन का निरीक्षण करने के संबंध में हमें कोई आदेश नहीं मिले हैं। उनका निरीक्षण जिला अधिकारियों द्वारा किया जाता है। हमने जिले के स्कूलों में आज तक मिड डे मील का एक भी निरीक्षण नहीं किया है।
नरेश चेजारा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय सवाईमाधोपुर।
Published on:
01 Feb 2018 12:21 pm
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