जन शताब्दी का सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने का निर्धारित समय सुबह सात बजकर तीन मिनट पर है। रेलवे की ओर से ट्रेन के निर्धारित समय से महज एक मिनट की देरी से अर्थात सुबह सात बजकर चार मिनट पर पहुंचने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन ट्रेन करीब आधे घंटे की देरी से यानी सात बजकर तैंतीस मिनट पर स्टेशन पहुंची। इसके बाद चालक ने एक मिनट बाद ही ट्रेन चला दी। इसके चलते कई यात्री ट्रेन से गिरते गिरते बचे।
एक ओर तो ट्रेन के अचानक चलने से कई यात्री गिरते गिरते बचे, वहीं दूसरी ओर यात्रियों की ओर से चेन पुलिंग कर देने पर आरपीएफ कर्मी मौके पर पहुंचकर रेलवे की गलती मानने की बजाय चेन पुलिंग करने वाले यात्रियों के चालान काटने की धमकी देते नजर आए। उन्होंने यात्रियों पर बिना कारण के चेन पुलिंग करने का आरोप भी लगाया। हालांकि बाद में यात्रियों की ओर से विरोध करने पर आरपीएफ कर्मियों ने किसी का चालान नहीं काटा।
इससे पूर्व प्लेटफॉर्म चार पर खड़ी हमसफर एक्सप्रेस को जैसे ही प्लेटॅफार्म से रवाना किया, वैसे ही ट्रेन के पेंट्री कार के पाइप खुल गए। इसके बाद ट्रेन को वापस रोकना पड़ा। रेल कर्मियों ने पाइपों को दुबारा जोड़ा। इसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया।
हमसफर एक्सप्रेस के पाइप खुलने की वजह से रोकना पड़ा था। ऐसे में जन शताब्दी को आउटर पर रोकना पड़ा। जहां तक ट्रेन में सवारी बैठाने से पहले चलाने की बात है, तो डेढ़ मिनट से पहले तो सिग्नल दिया ही नहीं दिया जा सकता। भीड़ अधिक होने पर यात्रियों को देखने की जिम्मेदारी गार्ड की है। — शिवलाल मीणा, स्टेशन अधीक्षक, सवाई माधोपुर।