
जिला कलक्ट्रेट में जिला परिषद ग्रामीण प्रकोष्ठ कार्यालय परिसर में अधिकारियों के अभाव में सूना पड़ा कक्ष।
सवाईमाधोपुर. साहब अभी मीटिंग में गए हुए हैं, अभी चुनाव में व्यस्त है। अभी साहब के बताए गए कार्य करने में जुटे है। ऐसे में अब सभी काम चुनाव बाद हो पाएंगे। ये कहना है जिला कलक्ट्रेट सहित सरकारी कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों का। इन दिनों जिला प्रशासन से लेकर सरकारी कार्यालयों में अधिकारी-कर्मचारी चुनावी ड््यूटी में व्यस्त हैं और फरियादी कलक्ट्रेट सहित सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव की रणभेरी बजने के साथ ही एक तो फरियादियों का वैसे तो सरकारी कार्यालयों में आना कम हो गया है। वहीं दूसरी ओर फरियादी काम लेकर आ रहे है, उनके कार्य भी नहीं हो पा रहे है। इसका प्रमुख कारण है कि सरकारी स्तर पर हर किसी अधिकारी को चुनाव संबंधी कार्य सौंपा हुआ है। चुनावी व्यस्तता के चलते अधिकारियों ने कर्मचारियों को भी अपने साथ ही कार्य में जुटा लिया है। इसके चलते पहले तो अधिकारी व कर्मचारी कार्यालय में ही नहीं मिलते है। यदि मिलते भी है तो फरियादियों को चुनाव कार्य में व्यस्त होने का हवाला देकर टरका देते है। इससे फरियादी निराश होकर वापस लौट रहे है।
हर बार काम का बहाना
सरकारी कार्यालयों में वर्तमान में यह हालात है कि बड़े काम तो दूर की बात है, छोटे-मोटे कार्य भी नहीं हो पा रहे है। लोगों को वृद्धावस्था पेंशन, राशन कार्ड के नाम जुड़वाने, पीपीओ नम्बर लेने वालों को भी कार्यालय से रवाना कर दिया जाता है। इतना ही नहीं कम पढ़े-लिखे लोगों को तो यह कह दिया जाता है कि चुनाव के चलते सभी कार्य बंद कर दिए गए है। इससे अब तो कार्य भी 12 दिसम्बर बाद होंगे। लोगों के कार्य नहीं होने की बात अन्य लोगों तक भी पहुंच रही है। ऐसे में फरियादियों की संख्या भी सरकरी दफ्तरों में कम हो गई है।
सूचना का अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी, लेकिन पिछले कई दिनों से कलक्ट्रेट में चक्कर काट रहा हूं। अधिकारियों की चुनावी में ड््यूटी होने की बात कहकर कर्मचारियों ने वापस भेज दिया है। डीईओ, बीईओ व अन्य कार्यालयों में झूठा आश्वासन दे रहे हैं।
मीठालाल मीना, फरियादी, कोड्याई
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर स्टाफ की ड््यूटी लगा रखी है। इससे रोजमर्रा के कार्य प्रभावित है।फिर भी जो फरियादी आ रहे है उनकी समस्या का निस्तारण किया जाएगा।
पीसी पवन, जिला कलक्टर, सवाईमाधोपुर
पिछले चार दिन से दादी की पेंशन के लिए आ रहे है, लेकिन हर बार सुनवाई नहीं हो रही है। अधिकारी नहीं मिलने व सुनवाई नहीं होने से परेशान है।
जाफर हुसैन, फरियादी, पुराना खण्डार रोड, सवाईमाधोपुर
माता-पिता की वृद्धापेंशन के लिए आया था, लेकिन अधिकारियों की चुनाव में ड््यूटी होने का कहकर वापस भेज रहे है। समय पर अधिकारी ही नहीं मिलते है। समस्या की सुनवाई होनी चाहिए।
रामकेश मीना, फरियादी, बिलोपा
गत 16 अक्टूबर को करंट से भैंस की मौत हो गई थी। मुआवजे के लिए जिला प्रशासन, बिजली निगम, पशुपालन विभाग को ज्ञापन दे चुके है लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अधिकारी-कर्मचारी कार्यालयों में नहीं मिलते है।
भैंरूलाल बैरवा, फरियादी, भडेरढ़ा
Published on:
31 Oct 2018 04:03 pm
बड़ी खबरें
View Allसवाई माधोपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
