
प्रतिभाओं ने मनवाया लोहा
गंगापुरसिटी. दो सदी से अधिक का सफर तय कर साल-दर साल विकास की राह बढ़ रहे गंगापुरसिटी में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। कई प्रतिभाओं ने अपनी काबिलयत के बूते अलग-अलग क्षेत्रों में अपना और शहर का नाम रोशन किया है। चाहे साहित्य लेखन की बात हो या टीवी कार्यक्रमों में अपना जलवा दिखाने की। हमारी प्रतिभाएं पीछे नहीं है। गंगापुरसिटी स्थापना दिवस के मौके पर शहर की ऐसी कुछ प्रतिभाओं की उपलब्धियों से आपको रू-ब-रू करा रहे हैं, जिन्होंने अवसर को नहीं चूका और अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे।
शहर की लाड़ली हमारी माधुरी
शहर की लाड़ली माधुरी शर्मा ने संगीत और नृत्य के क्षेत्र में नाम कमाया है। जयपुर रोड अग्रवाल कन्या महाविद्यालय के पास रहने वाले ब्रह्मानंद शर्मा की पुत्री माधुरी कत्थक, राजस्थानी, बैली नृत्य में पारंगत है। कई टीवी शो में काम कर चुकी है। उसने जी टीवी के अलावा स्टार प्लस के अन्तरराष्ट्रीय शो जस्ट इंडिया में टॉप 50 में जगह बनाई। इंडिया गॉट टेलेन्ट में 'फेस ऑफ राउण्डÓ तक पहुंची और सोनी चैनल के 'एन्टरटेन्मेन्ट के लिए कुछ भी करेगा सीजन-5Ó की फाइनलिस्ट बनी। एरियल बैली डांस के लिए उनका नाम लिम्का बुक रिकॉर्ड में दर्ज है। हाल ही माधुरी ने बतौर सिंगर इंडियन ब्यूटी सॉन्ग को लॉन्च किया है। माधुरी ने जयपुर में नृत्य का प्रशिक्षण लिया और वनस्थली विद्यापीठ में अपनी पढ़ाई पूरी की।
शेखर ने छुआ शिखर
शहर के मूर्ति मोहल्ला निवासी डॉ. इन्दुशेखर 'तत्पुरुषÓ साहित्य से जुड़े हैं। नौ अक्टूबर 1962 को जन्मे इन्दुशेखर वर्तमान में राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष हैं। इस नाते उन्हें राज्य मंत्री स्तर का दर्जा मिला हुआ है। उन्होंने कई कविता संग्रह लिखे हंै। इसके अलावा निबंध, आलेख भी लिखे हैं। उनके साहित्य सृजन के लिए विभिन्न संस्थाओं की ओर से कई पुरस्कार और सम्मान भी दिए गए। वर्ष 2007 में 14 से 16 जुलाई तक न्यूयार्क में आयोजित चतुर्थ विश्व हिन्दी सम्मेलन में वे राज्य सरकार के प्रतिनिधिमण्डल में शामिल थे।
जिद से पाई सफलता
कौन बनेगा करोड़पति में हॉट सीट का सपना देखने वाले धन्वन्तरि कॉलोनी निवासी योगेश शर्मा ने जिद के बूते अपने सपने को साकार किया। अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठकर उनके सवालों का जवाब देकर 25 लाख रुपए का इनाम जीत कर शहर का नाम रोशन किया। जयपुर में निजी क्षेत्र में जॉब करने वाले योगेश वर्ष 2012 में फास्टर फिंगर में पिछडऩे से हॉट सीट पर नहीं पहुंच सके। इसके बाद लोग उन पर करोड़पति बनने का तंज कसने लगे। इस पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कौन बनेगा करोड़पति शो की तैयारी करते रहे। आखिरकार उनकी जिद सच में बदल गई और उन्होंने केबीसी में वर्ष 2017 में 25 लाख रुपए का इनाम जीता।
कई महाविद्यालयों में पत्र वाचन
अग्रवाल कन्या महाविद्यालय में प्राचार्य के पद पर कार्यरत डॉ. बृजेन्द्रसिंह गुर्जर ने कई महाविद्यालयों में पत्रवाचन किया है। उन्होंने 'नीति शतकम्Ó और हितोपदेश का लेखन किया है। ईशावास्योपनिषद का लेखन जारी है। गुर्जर ने संस्कृत विभाग राजस्थान विश्वविद्यालय, जी. डी. कॉलेज अलवर, राजकीय महाविद्यालय श्रीगंगानगर, राजस्थान विश्वविद्यालय, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय अजमेर में विभिन्न विषयों पर पत्र वाचन कर नई दिशा दिखाई है। उन्हें उल्लेखनीय कार्य के लिए सरकारी व गैर सरकारी संगठनों की ओर से सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए गए है।
साहित्य सृजन में नहीं पीछे
ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी के रूप में कार्यरत हनुमान प्रसाद गोयल साहित्य सृजन में पीछे नहीं है। साहित्य क्षेत्र में उन्हें हनुमान मुक्त के नाम से पहचाना जाता है। उन्होंने 'केंचुलीÓ उपन्यास लिखा जो समाचार पत्रों में प्रकाशित हो चुका है। इसके अलावा उन्होंने 500 से अधिक व्यंग्य भी लिखे हैं। साथ ही आकाशवाणी से व्यंग्य वार्ताएं भी प्रसारित हो चुकी है। मुक्त को भारतेन्दु समिति की ओर से 'साहित्य श्रीÓ के पुरस्कार से नवाजा गया। स्थानीय संस्थाओं की ओर से भी उनका सम्मान किया जा चुका है।
Published on:
29 Apr 2018 11:05 am
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